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राज्य संरक्षित स्मारकों पर अतिक्रमण तुरंत हटाएं – हिन्दू जनजागृति समिति

जिलाधिकारी, स्थानीय नगरपालिका अतिक्रमणों के विषय में मौन क्यों ? – हिन्दू विधिज्ञ परिषद का प्रश्न

ऐतिहासिक स्मारकों पर अवैध अतिक्रमण प्रशासन के कार्यभारी के ‌‌विषय में संशय निर्माण करनेवाला है ! -संपादक 

पत्रकार परिषद में बाएं से पू. सुरेश कुलकर्णी, श्री. सुनील घनवट एवं कु. प्रियांका लोणे

संभाजीनगर) – हिन्दू विधिज्ञ परिषद् ने ‘राज्य संरक्षित स्मारकों’के संदर्भ में सूचना के अधिकार के अंतर्गत कुछ प्रश्न पूछे थे । उसके उत्तर में धक्कादायक जानकारी सामने आई है । इस संदर्भ में पुरातत्व विभाग के सहायक संचालकों द्वारा सूचना के अधिकार में प्राप्त जानकारी के अनुसार संभाजीनगर में ३३ राज्य संरक्षित स्मारकों पर अतिक्रमण हुआ है, ऐसा इस विभाग ने लिखितस्वरूप में उत्तर दिया है । इस विषय में पुरातत्व विभाग ने स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, जिलाधिकारी कार्यालय को बताने  के साथ ही वक्फ बोर्ड सहित सर्व अतिक्रमण करनेवालों को भी नोटिस दिए जाने का भी उल्लेख इस उत्तर में किया है; परंतु जिलाधिकारियों द्वारा अब तक इन अतिक्रमणों के संदर्भ में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है । राज्य संरक्षित स्मारकों पर अतिक्रमण होने तक पुरातत्व विभाग सो रहा था क्या ? एवं पुरातत्व विभाग द्वारा प्रशासन को इस अतिक्रमण के विषय में बताने के पश्चात भी जिलाधिकारी एवं  स्थानीय नगरपालिका के अधिकारी क्या कर रहे थे ? ऐसा प्रश्न करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने चेतावनी दी है कि ‘‘राज्य संरक्षित स्मारकों पर हुए अतिक्रमण तुरंत हटाए जाएं, इस संदर्भ में हम मुख्यमंत्री को शिकायत करनेवाले हैं और यदि जिलाधिकारी ने इस संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं की, तो हमें रास्ते पर उतरकर आंदोलन करना होगा ।’’ इन अतिक्रमणों के संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति एवं हिन्दू विधिज्ञ परिषद द्वारा संयुक्तरूप से आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे । इस अवसर पर हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य पू. सुरेश कुलकर्णी, हिन्दू जनजागृति समिति के संभाजीनगर समन्वयक कु. प्रियांका लोणे भी उपस्थित थीं ।

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के पू. सुरेश कुलकर्णी बोले, ‘‘राज्य संरक्षित स्मारकों पर भारी मात्रा में अतिक्रमण हुआ है । इसके लिए पुरातत्व विभाग उत्तरदायी है । यदि राज्य संरक्षित स्मारकों पर कोई अतिक्रमण करे, तो राज्य में शासन-प्रशासन के कुछ अधिकार शेष हैं अथवा नहीं ? अतिक्रमणकर्ता इतने मुंहजोर हो गए हैं, कि उन्हें शासन-प्रशासन की धाक नहीं रह गई ।

इस पत्रकार परिषद में हिन्दू जनजागृति समिति एवं हिन्दू विधिज्ञ परिषद ने निम्नलिखित मांगें भी कीं ।

१. राज्य संरक्षित स्मारकों में अनधिकृत निर्माणकार्य करनेवालों पर जिलाधिकारी कठोर कार्रवाई कर सकें ।
२. राज्य संरक्षित स्मारकों में किए गए अनधिकृत निर्माणकार्य अथवा अतिक्रमण जिलाधिकारी यथाशीघ्र नष्ट करें ।
३. इन अतिक्रमणों के लिए उत्तरदायी पुरातत्व विभाग के अधिकारी अथवा अन्य संबंधित अधिकारियों की पूछताछ कर, उनपर कार्रवाई की जाए ।
४. जिन राज्य संरक्षित स्मारकों पर अतिक्रमण हुआ है, वे स्मारक त्वरित पुरातत्व विभाग अपने नियंत्रण में ले ।

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