दिल्ली में रहने वाले 100 से अधिक अफ्रीकी नागरिकों ने शनिवार (7 जनवरी 2023) को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों पर हमला कर दिया। दिल्ली पुलिस की नारकोटिक्स सेल की एक टीम अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को पकड़कर निर्वासित करने के लिए नेबसराय के राजू पार्क गई थी। दोपहर तक अधिकारियों ने तीन अफ्रीकी नागरिकों को पकड़ा लिया। इनकी वीसा अवधि खत्म हो चुकी थी, फिर भी वे अवैध रूप से देश में रह रहे थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “टीम पकड़े गए तीनों विदेशियों को पुलिस स्टेशन लाने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान अचानक 100 से अधिक अफ्रीकी नागरिक वहां एकत्र हो गए और पुलिस टीम को रोक दिया। हिरासत में लिए गए तीनों अफ्रीकी मौका पाकर भाग गए। बाद में फिलिप नाम के एक अफ्रीकी को पकड़ लिया गया, लेकिन दो भागने में सफल रहे।”
कहा जा रहा है कि नाइजीरिया नागरिकों ने पुलिस को रोक कर उनके साथ बदसलूकी और मारपीट भी की। इस घटना के बाद पुलिस बल सतर्क हो गई। इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी कई थानों की पुलिस बल को इकट्ठा करके 6:30 बजे नारकोटिक्स स्क्वॉड के साथ वहां पहुँची। इस दौरान पुलिस ने एक महिला सहित चार अफ्रीकी नागरिकों को हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए गए लोगों के नाम केने चुक्वु डेविड विलियम्स, इग्वे इमैनुएल चिमेज़ी, अज़ीगबे जॉन, क्वीन गॉडविन है। इनमें पकड़ी गई महिला क्वीन गॉडविन पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट में शामिल थी। इस कारण उसके साथ भागने में सफल रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई देखकर एक बार फिर से करीब 200 अफ्रीकी नागरिक वहां जमा हो गए। वे हिरासत में लिए गए अफ्रीकी नागरिकों को भगाने की कोशिश करने लगे। हालाँकि, पुलिस उन्हें नेबसराय थाना लाने में सफल रही। अधिकारी ने बताया कि निर्धारित अवधि से अधिक समय तक रहने वाले विदेशी नागरिकों को पकड़ने के लिए निर्वासन की कार्यवाही की जा रही है।
आरोपितों के खिलाफ क्राइम ब्रांच में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420/120B और फॉरेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही इन लोगों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गए हैं। गिरफ्तार किए आरोपित अफ्रीकी देश नाइजारिया के बताए जा रहे हैं।
संदर्भ : ऑपइंडिया