विदेशी फंडिंग की मदद से धर्मांतरण कराने के आरोप में बुधवार रात को गांव स्थित जवाहरनगर चर्च के पास्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराने के मामले की जांच कर रही पुलिस को चर्च से कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं। विदेशी फंडिंग और धर्मांतरण के लिए दिए जाने वाले रुपयों का लेखाजोखा भी हाथ लगा है।
पास्टर अनिल मसीह को गुरुवार दोपहर को जेल भेज दिया गया। पिछले महीने बजरंग दल की शिकायत पर जगराम पास्टर, राजेश संखवार, प्रकाश सोनारे व उसकी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। सभी आरोपी जमानत पर बाहर आ गए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसी बीच बुधवार को बजरंग दल के जिला संयोजक शुभम अग्निहोत्री ने पुलिस से शिकायत कर आरोप लगाया कि चर्च में फिर से धर्मांतरण संबंधी गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
प्राइमरी से उच्च शिक्षा तक के छात्रों को किताबों के जरिए धर्मांतरण कराने की साजिश रची जा रही है। शिकायतीपत्र में आधा दर्जन लोगों के नामों का उल्लेख भी किया। इंस्पेक्टर रामबाबू सिंह के मुताबिक शिकायत के आधार पर रात को चर्च में छापा मारा गया। प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा की किताबें व एक स्कूल के सर्टिफिकेट बरामद हुए। वहीं, विदेशी फंडिंग, धर्मांतरण करने वालों को रुपये देने संबंधी कई संदिग्ध दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। पुलिस के मुताबिक चर्च के पास्टर अनिल मसीह ने बताया कि दस्तावेजों में धर्मांतरण के लक्ष्य का माहवार लेखाजोखा है, जो दक्षिण भारत स्थित मुख्यालय भेजा जाता है। उधर, एसीपी घाटमपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्रोत: अमर उजाला