गडहिंग्लज में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में ७ सहस्र हिन्दुओं की उपस्थिति !
गडहिंग्लज (जिला कोल्हापुर) – आज कोई भी उठता है और हिन्दुओं के श्रद्धास्थानों पर टीका-टिप्पणी अथवा कीचड उछालता है । जिस छत्रपति संभाजी महाराजजी ने असंख्य यातनाएं सहते हुए प्राणार्पण किया, परंतु अपना धर्म नहीं बदला; ऐसे छत्रपति संभाजी महाराज को राष्ट्रवादी काँग्रेस के विधायक अजीत पवार कहते हैं, ‘छत्रपति संभाजी महाराज को धर्मवीर नहीं, अपितु स्वराज्यरक्षक कहना चाहिए !’ उनमें से ही कुछ लोग ‘छत्रपति शिवाजी महाराज समझदार और कुशल राजा नहीं थे’, ‘धर्मांध औरंगजेब क्रूर नहीं था’, ऐसे विधान जानबूझकर कर रहे हैं । काँग्रेस के नेता सिद्धरामय्या ‘मैं हिन्दू हूं; परंतु मात्र हिन्दुत्वनिष्ठ नहीं’, ऐसे विधान कर रहे हैं । केवल राजकीय लाभ के लिए ऐसे विधान किए जा रहे हैं । इन विधानों का सामान्य जनता से विरोध होने पर फिर उस पऱ लीपापोती की जाती है । तब भी आनेवाले काल में हिन्दुओं के श्रद्धास्थान एवं राष्ट्रपुरुषों का अनादर हम किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं करेंगे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण, गोवा एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने किया । वे गडहिंग्लज शहर में म.दु. श्रेष्ठी विद्यालय में १० जनवरी को आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में बोल रहे थे । इस प्रसंग में सनातन संस्था की सद्गुरु स्वाती खाडये एवं हिन्दू जनजागृति समिति के अधिवक्ता संगठक अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर ने भी मार्गदर्शन किया ।