गुजरात के पालनपुर शहर के एक प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा प्रार्थना बंद करने की धमकी देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में विद्यालय के एक शिक्षक ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुस्लिमों ने स्कूल के शिक्षकों को रोजाना होने वाले ’20 मिनट के प्रार्थना सत्र’ को बंद करने की धमकी दी है।
घटना सोमवार (23 जनवरी 2023) को ढोंडियावाडी पालनपुर स्थित एन कोठारी प्राथमिक विद्यालय (N Kothari Primary School) की है। शिक्षक ने अपनी शिकायत में कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व स्कूल में आए और प्रार्थना बंद करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
પાલનપુર શહેર ની કોઠારી પ્રાથમિક શાળામાં પ્રાર્થના નહીં કરવા ની અમને તકલીફ થાય છે એમ કહી અસામાજિક તત્વો એ શાળા સંચાલકો સાથે ઝગડો કર્યો શું ગૃહમંત્રી @sanghaviharsh @dgpgujarat @SP_Banaskantha આ અસામાજિક તત્વો સામે કાર્યવાહી કરશે કે નહીં…?@kajalHindustan1 @dave_janak@AmitShah pic.twitter.com/y9hVckr8px
— Kaushal Joshi (@KaushalJoshiRSS) January 25, 2023
रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह जब प्रार्थना शुरू हुई तो 10-12 लोगों की भीड वहां आ गई। उन्होंने हंगामा करते हुए प्रार्थना बंद करने के लिए कहा। इस स्कूल में 500 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से तकरीबन 150-175 छात्र मुस्लिम समुदाय के हैं। स्कूल में 16 शिक्षक हैं।
संगीत शिक्षक महेश भाई सोलंकी ने दिव्य भास्कर को बताया कि प्रतिदिन छात्र 20 मिनट मंत्रों के उच्चारण के साथ प्रार्थना करते हैं। प्रश्नोत्तरी आदि सहित अन्य गतिविधियां भी होती हैं। उन्होंने कहा, “भीड प्रार्थना के समय आई और शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करने लगी। उन्होंने प्रार्थना बंद करने की मांग की। छात्र डर गए। प्राचार्य ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को इस बाबत लिखित शिकायत दी है।”
स्कूल द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के अनुसार, “इलाके में रहने वाले कुछ निवासियों को हर सुबह होने वाली प्रार्थना पसंद नहीं है। वे अक्सर स्कूल में समस्या पैदा करते हैं और प्रार्थना बंद करने की मांग करते हैं।” स्कूल ने दिव्य भास्कर को बताया कि छात्र प्रार्थना, मंत्र उच्चारण और अन्य गतिविधियों में भाग लेते हैं। अन्य गतिविधियों के दौरान छात्र क्विज़, सामान्य ज्ञान, समाचार पढ़ने, स्किट और अन्य चीजों में शामिल होते है। स्कूल ने बताया, “इससे छात्र पाठ्येतर गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।”
पहले भी मुस्लिम कर चुके हैं ऐसी मांग
यह पहली बार नहीं है जब मुस्लिमों ने स्कूल में प्रार्थना को रोकने की मांग की है। 2017 में मकतमपुरा के एक मुस्लिम नेता हाजी असरबेग एस मिर्जा (Haji Asrarbeg S Mirza) ने सीबीएसई को पत्र लिखकर इस बाबत शिकायत दर्ज कराई थी। डीएवी इंटरनेशनल स्कूल के खिलाफ शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि स्कूल मुस्लिम छात्रों को प्रार्थना के दौरान गायत्री मंत्र का पाठ करने के लिए मजबूर कर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया था कि ईद जैसे मुस्लिम त्योहार स्कूल में नहीं मनाए जाते थे। स्कूल ने हालाँकि आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि मुस्लिम छात्र प्रार्थना से दूर रहने के लिए स्वतंत्र हैं।