बीते कुछ दिनों से रामचरितमानस पर आपत्तिजनक वक्तव्य कर अपमान किया जा रहा है। पहले बिहार के मंत्री चंद्रशेखर, उसके उपरांत कर्नाटक के एक रिटायर्ड प्रोफेसर और अब समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस का अपमान किया। अब उत्तर प्रदेश में कुछ लोगोने रोड पर रामचरितमानस की प्रतियां जलाई है। इसका एक वीडियो सामने आया है।
रामचरित मानस में सपा समर्थित लोगो ने आग लगा दी। ऐसे लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। @Uppolice@myogiadityanath
हिंदुओ के खून में अगर अभी तक पानी नही मिला है तो इन विधर्मी को जब तक सजा न हो जाए रुकना नही है।#रामचरित_मानस pic.twitter.com/qkWFvPOUbO— Shweta Singh ?? (@brand_shweta) January 29, 2023
#Arrest_Who_Burnt_Ramcharitmanas
यदि भारत में ईशनिंदा कानून होता तो न स्वामी प्रसाद मौर्य #रामचरित_मानस के खिलाफ नफरत उगलते, न कोई उसे जलाता!हिंदू देवताओं का अपमान रोकने के लिए सरकार से ‘ईशनिंदा विरोधी कानून’ की मांग करें – https://t.co/Vjya3jyqmB https://t.co/ktqxvzSOBu
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) January 29, 2023
दरअसल, रविवार को लखनऊ में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर आया। महासभा के लोगों ने लखनऊ स्थित वृंदावन योजना में ग्रंथ की प्रतियां जलाई हैं। रामचरितमानस की विवादित अंश की प्रतियों को जलाकर महासभा के ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया।
Sign Petition : हिंदू देवताओं का अपमान रोकने के लिए सरकार से ‘ईशनिंदा विरोधी कानून’ की मांग करें !
महासभा के लोगों का कहना है कि इसमें जो नारी शक्ति, शुद्रओं, दलित समाज और ओबीसी समाज के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणियां हैं, हम इन टिप्पणियों को रामचरितमानस से निकलवाना चाहते हैं। अगर निकाला जाएगा तभी ये विरोध प्रदर्शन शांत होगा, नहीं तो ये जगह-जगह विरोध प्रदर्शन होगा।
उन्होंने आगे कहा, “जब दुनिया चांद पर जा रही है तो हिंदूस्तान का तथाकथित 15 फीसदी समाज 85 फीसदी समाज को बेवकूफ बनाकरके पीछे ले जाना चाह रहा था. कई सदियों से वो पीछे लेकर जा रहा है। वहीं इस ग्रंथ में सर्व समाज को बेवकूफ बनाया गया है.”
सन्दर्भ : ABP Live