ऑस्ट्रेलिया के बाद अब कनाडा में हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। ब्रैम्पटन शहर के गौरी-शंकर मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखने की घटना सामने आई है। इसके पीछे खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का हाथ होने का शक जताया जा रहा है। घटना सोमवार (29 जनवरी 2023) रात की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गौरी-शंकर मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान समर्थकों ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लिख दिए। कनाडा के टोरंटो स्थित भारत के कॉन्सुलेट कार्यालय ने इसकी कड़ी निंदा की है। कॉन्सुलेट कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है, “ब्रैम्पटन में स्थित भारतीय विरासत के प्रतीक गौरी-शंकर मंदिर में भारत विरोधी नारे लिखे जाने की हम कडी निंदा करते हैं। मंदिर में हुई इस घृणास्पद घटना से कनाडा में हिंदू समुदाय की भावनाएँ आहत हुई हैं। हमने कनाडा प्रशासन के सामने इस मामले को लेकर अपनी चिंता जताई है।”
We strongly condemn defacing of Gauri Shankar Mandir in Brampton,a symbol of Indian heritage, with anti-India graffiti. The hateful act of vandalism has deeply hurt sentiments of Indian community in Canada. We have raised our concerns on the matter with Canadian authorities.
— IndiainToronto (@IndiainToronto) January 30, 2023
बता दें कि ब्रैम्पटन शहर में स्थित गौरी-शंकर मंदिर कनाडा के मशहूर हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर वर्षों से हिंदुओं की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक रहा है। फिलहाल इस मामले में स्थानीय पुलिस जांच कर रही है।
कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने भी इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा है, “ब्रैम्पटन के गौरी शंकर मंदिर पर हमला हुआ है। यह कनाडा में हिंदू और भारत विरोधी समूहों द्वारा हिंदू मंदिरों पर किए गए हमलों का सबसे ताजा मामला है। सोशल मीडिया पर नफरत के बाद अब हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। अब आगे क्या होगा? मैं कनाडा सरकार से आग्रह करता हूँ कि ऐसे हमलों पर गंभीरता से विचार करें।”
The attack of Gauri Shankar Mandir in Brampton is latest in attacks on Hindu temples in Canada by anti-Hindu and anti-India groups.
From hatred on social media, now physical attacks on Hindu temples, what next?
I call on govt at levels in Canada to start taking this seriously.— Chandra Arya (@AryaCanada) January 31, 2023
इस घटना के पीछे खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस व अन्य खालिस्तानी समूहों के होने का शक जताया जा रहा है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, सिख फॉर जस्टिस ने इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड किया है।
बता दें कि इससे पहले सितंबर 2022 में कनाडा के टोरंटो में स्थित बीबीएस स्वामी नारायण मंदिर में खालिस्तानी आतंकियों ने तोड़फोड़ की थी। इसके बाद मंदिर की दीवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद’, ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लिखे थे। फरवरी 2022 में भी टोरंटो में छह मंदिरों पर हमला किया गया था। यहां तक कि उपद्रवी दान पेटियों से नकदी, भगवान की मूर्तियाँ और उन्हें चढ़ाए गए आभूषण भी चोरी करके ले गए थे। ऐसी ही घटना 15 जनवरी 2022 को जीटीए शहर के ब्रैम्पटन में श्री हनुमान मंदिर में हुई थी। यही नहीं, उपद्रवियों ने 25 जनवरी, 2022 को ब्रैम्पटन में माँ चिंतपूर्णी के मंदिर को भी तोड दिया था।
संदर्भ : ऑपइंडिया