प्रतिबंधित इस्लामिक चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) के लिए जासूसी के आरोप में मध्य प्रदेश की इंदौर कोर्ट से गिरफ्तार सोनू मंसूरी नाम की महिला को लेकर नए खुलासे हुए हैं। मंसूरी के मोबाइल में पुलिस को कई कॉल रिकॉर्डिंग मिली है, जिसमें उसके आकाओं की तरफ से निर्देश दिए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने वकील नूरजहां फरार है और उसके फ़्लैट को सील कर दिया गया है। उनके फोन नंबर की डिटेल निकाली जा रही है। उधर, पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सोनू मंसूरी बार-बार अपना बयान बदल रही है। मंसूरी के घर वालों ने खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हुए सोनू को फंसाने की आशंका जताई है।
सोनू मंसूरी ने अपने पास से बरामद हुए 1.16 लाख रुपए के बारे में भी अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। कभी वह इन पैसों को नूरजहां के किसी क्लाइंट का बता रही है तो कभी वह किसी के द्वारा चेक बाउंस के केस के लिए दिए हुए बता रही है। पुलिस का कहना है कि वह बार-बार अपना बयान बदल रही है।
जाँच के दौरान यह भी पता चला है कि सोनू मंसूरी को किसी रियाज़ नाम के व्यक्ति ने फ़्लैट दिलाया था। इस फ़्लैट में मंसूरी की पाटर्नर वर्षा नाम की एक लड़की थी। पुलिस ने रियाज़ और वर्षा को भी बुलाकर पूछताछ की है। वहीं, तरुण और मुकुंद नाम के व्यक्तियों से भी पूछताछ होने की जानकारी सामने आई है। सोनू मंसूरी की फ़्लैट पार्टनर वर्षा ने सोनू की PFI से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी होने से इंकार किया है।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू मंसूरी के मोबाइल से पुलिस को कई कॉल रिकार्डिंग मिली हैं। कुछ कॉल रिकॉर्डिंग मंसूरी ने डिलीट भी कर दी हैं। मोबाइल में मौजूद रिकॉर्डिंग में ज्यादातर ऐसी हैं जिसमें उसे ऊपर से निर्देश दिए गए हैं। इसमें से कुछ निर्देश फरार एडवोकेट नूरजहां के भी हैं।
बरामद रिकॉर्डिंग की संख्या 6 बताई जा रही है, जिसे पुलिस ने सबूतों के तौर पर पेन ड्राइव में सेव कर लिया है। पुलिस सोनू मंसूरी को नूरजहां के फ़्लैट पर भी ले गई थी। पुलिस का कहना है कि सोनू की रिमांड अवधि 1 फरवरी 2023 (बुधवार) को खत्म होने के बाद पुलिस कोर्ट से उनकी रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग करेगी।
सोनू मंसूरी के भाई इक़बाल मंसूरी ने अपनी बहन को बेगुनाह बताते हुए उसकी गिरफ्तारी को साजिश बताया है। इकबाल का कहना है कि नूरजहां से पूछताछ के बाद असल सच सामने आएगा। वहीं, सोनू मंसूरी के परिवार वालों ने खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हुए हिन्दू त्योहार मनाने की भी बात कही।
उधर, इंदौर में हिन्दू संगठन से जुड़े पदाधिकारी सोहन विश्वकर्मा ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा कि सोनू मंसूरी के परिवार द्वारा दिखाई जा रही धर्मनिरपेक्षता सिर्फ एक छलावा है। उन्होंने कहा कि सोनू मंसूरी PFI के इशारे पर देश विरोधी कार्यों में शामिल थी।
सोहन विश्वकर्मा ने फरार चल रही एडवोकेट नूरजहां के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि नूरजहां की हरकत से इंदौर में कई लोग वाकिफ हैं। अपनी छवि के चलते ही नूरजहां बार एसोसिएशन के चुनाव में बुरी तरह से हारी थी।
संदर्भ : ऑपइंडिया