बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पश्चिमोत्तर बांग्लादेश के 14 मंदिरों में तोडफोड की घटना सामने आई। मंदिरों पर हमला कर मूर्तियों को खंडित कर दिया। कुछ मंदिरों की मूर्तियाँ नजदीकी तालाब में मिली हैं। घटना शनिवार (4 फरवरी 2023) रात की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निशाना बने मंदिर ठाकुरगांव जिले के बलियाडांगी उपजिला में स्थित हैं। यहाँ धनतला यूनियन के सिंदूरपिंडी इलाके में 9 मंदिरों, परिया यूनियन के कॉलेजपाड़ा इलाके में 4 मंदिरों और चरोल यूनियन के शाहबाजपुर नाथपारा इलाके में स्थित 1 मंदिर को निशाना बनाया गया।
बलियाडांगी उपजिला के हिंदूवादी संगठन के नेता विद्यानाथ बर्मन ने कहा है, “अज्ञात लोगों ने रात में 14 मंदिरों में तोड़फोड़ की। बीते कई महीनों से बंग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। कुछ मूर्तियाँ मंदिर में ही नष्ट कर दी गईं। वहीं कुछ मूर्तियाँ मंदिरों के पास स्थित तलाब में मिली हैं। मंदिरों पर हमला करने वाले अब तक पकड़े नहीं गए हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द पकड़ा जाए।”
एक अन्य हिंदूवादी नेता एवं यूनियन परिषद के अध्यक्ष समर चटर्जी ने कहा है कि इस क्षेत्र में पहले कभी कोई ऐसी घटना नहीं हुई। इस इलाके को धार्मिक सद्भाव के लिए जाना जाता था। मुस्लिमों का हिंदुओं से कोई विवाद नहीं है। लेकिन जिस तरह से हमले हुए हैं, उसे देखकर ऐसा लगता है कि उपद्रवियों ने बडी संख्या में एकजुट होकर हमले को अंजाम दिया है।
जिला पूजा उत्सव परिषद के महासचिव तपन कुमार घोष ने सिंदूरपिंडी इलाके के हरिबसर मंदिर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर में हुई तोडफोड और खंडित मूर्तियों को देखते हुए दुःख जताया। उन्होंने कहा है, “यह बेहद दुखद और भयावह है। हम इस घटना की निष्पक्ष जाँच की माँग कर रहे हैं।” सिंदूरपिंडी इलाके के निवासी काशीनाथ सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम दहशत में हैं। इस घटना में शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
मंदिर में हमले को लेकर ठाकुरगांव के एसपी मोहम्मद जहाँगीर हुसैन ने कहा है कि ऐसा लग रहा है कि यह हमला देश की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है। इस घटना में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। हमलवारों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
बता दें कि बीते कुछ समय से बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। साल 2022 में इस्लामवादियों ने 319 मंदिरों में हमला किया था। वहीं, 51 मंदिरों की जमीन पर कब्जे की घटनाएँ सामने आईं। यही नहीं, बीते साल 66 हिंदू महिलाओं का बलात्कार, 154 हिंदुओं की हत्या और 333 लोगों को जबरन बीफ खिलाने की घटनाएँ भी हुईं।
संदर्भ : ऑपइंडिया