रामचरितमानस पर विवादित बयान के बाद अब समाजवादी पार्टी की विधायक और अपना दल कमेरावादी नेता पल्लवी पटेल ने गोंडा के एक कार्यक्रम के दौरान सपा विधायक ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन किया।
पल्लवी पटेल ने कहा, “स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस पर आपत्ति जताई यह बात तो सही है, लेकिन वह आपत्ति देर से आई। वह आपत्ति तब आनी चाहिए थी जब यह काम हुआ था। उस वक्त वे बीजेपी के साथ थे। अगर उनको इतना बुरा लगा था तो नैतिकता के आधार पर पार्टी का साथ छोड़ देना चाहिए था, तब तो विरोध नहीं आया। बिगाड़ के डर से ईमान की बात ना की जाए यह तो गलत होगा।”
'मैंने रामचरितमानस नहीं पढ़ी लेकिन जितना सुना और समझा, मैं उससे संतुष्ट नहीं हूं। इसलिए मैं विश्वास नहीं रखती'
SP विधायक पल्लवी पटेल#Ramcharitmanas pic.twitter.com/0gGsFy7WNu
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) February 6, 2023
सपा विधायक ने कहा, “तुलसीदास सिर्फ अनुवादक हैं, मैं उन्हें संत नहीं मानती हूं। रामचरित मानस में तुलसीदास के निजी विचार हैं। रामचरित मानस को मैं नहीं मानती हूं। किसी एक पंक्ति को हटाने से बात नहीं बनेगी। शूद्र के प्रति ऐसे विचार को जड़ से मिटना है।” इसके अलावा शूद्र के प्रति विचार बदलने को लेकर सपा विधायक ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा, “रामचरित मानस से शब्दों को हटाने के लिए हम आंदोलन करेंगें। इससे शुद्र शब्द को हटाया जायें।”
उन्होंने कहा, “जो चोपाई लिखी उसमें लिखा है ताड़ना के अधिकारी। मैं एक नारी हूं और हिम्मत है तो कोई मेरी ताड़ना करके दिखा तो दे। यह सिर्फ मन में होता है, आपमें अगर शक्ति है तो लिखी हुई बातें आप कभी भी गलत साबित कर सकते हैं।”
स्रोत : एबीपी