पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले जारी हैं। इस बार सिखों को निशाना बनाया गया है। श्री ननकाना साहिब में कुछ असामाजित तत्वों ने एक सिख परिवार पर हमला किया और उन्हें नुकसान पहुंचाया है। यह घटना 21 जनवरी की है, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि अब तक एक भी गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हुई है। खबरों की मानें तो सिख व्यक्ति की पगड़ी उतारकर उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस FIR के मुताबिक हरवंदर सिंह और सतिंदर सिंह को रमजान गोगी, आसिफ नन्ना, खोर शाही, सलमान, इकबाल, अनवर, सैदी बीबी और जुबादा जैदी ने बुरी तरह पीटा और उनकी पगड़ी फाड़ दी।
इस घटना के बाद पुलिीस में शिकायत करने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सांप्रदायिक धारा 452, 354, 148 और 149 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन 18 दिन बीत जाने के बाद भी इस घटना को अंजाम देने वालों में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
ननकाना साहिब सिख समुदाय ने जताया विरोध
अब तक इस मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से लोगों में गुस्सा है। ननकाना साहिब सिख समुदाय ने इसको लेकर विरोध जताया है। पुलिस को लेकर सिखों में गुस्सा है कि उन्होंने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है। एक वीडियो बयान में गुरुद्वारा जन्मस्थान में अन्य सिखों के साथ खड़े हरवंदर सिंह ने दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अपील की।
सबको मार देंगे
इससे पहले भी एक घटना ऐसी ही आई थी। सिंध के जैकोबाबाद में अपनी बेटियों को स्कूल से लेने गए एक सिख को स्थानीय मुसलमानों ने कथित तौर पर धमकी दी। उनके साथ दुर्व्यवहार किया और कहा कि वे उन सभी को मार देंगे।
सिंध के हिंदू संगठन के संस्थापक और मुख्य आयोजक नारायण दास भील ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें सिख व्यक्ति को पाकिस्तान में हुई घटनाओं के बारे में बताते हुए सुना जा सकता है।
हरीश सिंह ने कहा कि जब वह अपनी बेटियों को स्कूल से लेने गए थे तो उन्हें स्थानीय मुस्लिमों ने जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि हमलावरों ने उनकी बेटियों को जान से मारने की धमकी भी दी। सिंह ने कहा कि उनकी बेटियां डरी हुई हैं और उन्होंने स्कूल जाने से मना कर दिया है। सिंह ने स्थानीय लोगों से उन्हें अत्याचार से बचाने का आग्रह किया।
स्रोत : एबीपी