पेशे से था साॅफ्टवेयर इंजीनियर
बेंगलुरु – यहां से अलकायदा का एक आतंकी गिरफ्तार किया गया है। कर्नाटक की इंटरनल सिक्योरिटी डिविजन (ISD) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के एक संयुक्त ऑपरेशन के बाद प्रतिबंधित आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े इस संदिग्ध आतंकवादी को बेंगलुरु से पकड़ा गया है।
शुरुआत जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आतंकी आरिफ प्रोफेशन से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह एक निजी कंपनी के लिए घर से काम (working from home) कर रहा था। उसकी मार्च में इराक होते हुए सीरिया जाने की योजना थी। आतंकी की गिरफ्तारी 11 फरवरी सुबह होना बताई जाती है।
आईएसडी को शक है कि आरिफ आईएसआईएस के संपर्क में था और उसने आतंकी संगठन में शामिल होने की तैयारी की थी। आरोपी पहले से अलकायदा के संपर्क में था। एनआईए ने जांच के लिए उनके लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर लिया है, जबकि अधिक सबूतों की तलाश के लिए शहर के थानिसंद्रा इलाके में उनके घर पर तलाशी जारी है। NIA सूत्रों के अनुसार, यह आतंकवादी इंटरनेट के जरिये संगठन कनेक्ट था। बताया जाता है कि यह पिछले 2 साल से अलकायदा से जुड़ा हुआ था।
पिछले कुछ समय से लगातार पकड़े जा रहे अलकायदा आतंकी
सितंबर, 2022 में बांग्लादेश में स्थित आतंकवादी समूह और उप-महाद्वीप में अल कायदा (एक्यूआईएस) से रिलेटेड अंसारुल्ला बांग्ला टीम (एबीटी) के साथ संबंध होने के संदेह में असम में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मुसादिक हुसैन और इकरामुल इस्लाम को मोरीगांव पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इकरामुल इमाम था। ये एबीटी के मोरीगांव मॉड्यूल का हिस्सा थे।
अक्टूबर, 2022 में उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने अल कायदा और इसके सहयोगी जमात-उल-मुजाहिदीन से जुड़े आठ संदिग्ध आतंकवादियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आतंकी की पहचान लुकमान, गागलहेड़ी के मोहम्मद अलीम, मनोहरपुर के कारी मुख्तार, देवबंद के कामिल, सहारनपुर जिले के रहने वाले, शामली जिले के झिंझाना के शहजाद और हरिद्वार (उत्तराखंड) के मुदस्सिर के रूप में हुई थी। बांग्लादेशी नागरिक अली नूर और झारखंड के नवाजिश अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया था।
नवंबर, 2022 में जम्मू और कश्मीर पुलिस पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले एक अल-कायदा ऑपरेटिव को जम्मू-कश्मीर के रामबन इलाके से पकड़ा था। उसके पास से एक ग्रेनेड बरामद किया गया था।
स्रोत: asianetnews