इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात दिव्यांग युवती की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। उसकी बहन और पिता का आरोप है कि पड़ोसी ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रहे थे।
पुलिस के अनुसार, काजल पुत्री गोपाल यादव (22) निवासी सोलंकी नगर की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। मामले की जांच की जा रही है। स्वजन का आरोप है कि पड़ोसी ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रहे थे, जिसके लिए लंबे समय से परेशान भी कर रहे थे। इसके बाद परिवार के मुखिया के खिलाफ महिला के साथ छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा थाने में दर्ज करवा दिया। इससे सदमे में आकर काजल की मौत हो गई।
इंदौर – #धर्मांतरण के दबाव से सदमे में युवती की मौत का आरोप, पुलिस ने #ईसाई परिवार के खिलाफ की #FIR, धमकी और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने के आरोप में केस दर्ज @ArunTrivedi_#Mpnews #Indore #conversion #Pressure #death #Christian #hindu pic.twitter.com/Mhd06ip9fV
— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) February 12, 2023
हनुमानजी की पूजा करो तो करते हैं परेशान
पिता गोपाल यादव का आरोप है कि घर के सामने रहने वाला दशरथ अहिरवार हमारे ऊपर मतांतरण का दबाव बना रहा था। हमारे यहां हनुमानजी की पूजा होती है तो उन्हें इससे दिक्कत होती थी। हमेशा परेशान करते हैं। हमारे घर के बाहर अंडे भी फेंकते थे, जिसकी थाने में शिकायत भी की थी। इन लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया है। हमारे पड़ोसी का भी इन्होंने मतांतरण करवा दिया था। इसके बाद मेरे खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवा दिया। गुरुवार शाम को ये हमसे विवाद कर रहे थे, जिससे बेटी घबरा गई। इसी सदमे से उसकी मौत हुई है।
विदेश में नौकरी का देते हैं लालच
काजल की बहन खुशबू ने बताया कि चार-पांच साल से कह रहे थे कि तुम धर्म बदल लो। मुझे रास्ते में रोककर कहते थे कि धर्म नहीं बदला तो माता-पिता को जेल भिजवा दूंगा, तुम्हारा यहां रहना भी मुश्किल कर दूंगा। हमने पिछले दिनों थाने में इसकी शिकायत भी की थी। लालच भी दिया कि धर्म बदल लोगे तो विदेश में नौकरी दिलवाऊंगा और पैसे भी देंगे। इससे काजल को डर लगने लगा था। उसने पांच दिनों से खाना-पीना भी बंद कर दिया था। वह सदमा झेल नहीं पाई और उसकी मौत हो गई।
जांच चल रही है, दोषी पर कार्रवाई होगी
विजय नगर थाना प्रभारी रवींद्र गुर्जर का कहना है कि हमारे पास आवेदन आया है, जिसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्रोत: नई दुनिया