कोल्हापुर में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में ४ सहस्र ५०० से भी अधिक हिन्दुओं का हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष !
कोल्हापुर – ‘हलाल’ नामक इस्लामी संकल्पना ‘निधर्मी’ कहलानेवाले भारत के बहुसंख्य ७८ प्रतिशत हिन्दुओं पर थोपी जा रही है । भारत में शासन का ‘अन्न सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण’ (एफ्.एस्.एस्.ए.आइ.), इसके साथ ही ‘अन्न एवं औषधि प्रशासन’ (एफ्.डी.ए.) विभाग के होते हुए ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट’जैसी निजी मुसलमान संस्था भारतीय उत्पादकों द्वारा सहस्रों रुपये लेकर ‘हलाल प्रमाणपत्र’ दे रही है । भारत में भी यह ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद’ देशभर के विविध बमविस्फोटों में सम्मिलित मुसलमान आरोपियों की कानूनी सहायता कर रही है । परिणामस्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था तथा सुरक्षा को धोका निर्माण हुआ है । इसलिए ‘हलाल’ उत्पादों पर हिन्दुओं को बहिष्कार करना चाहिए, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण, गोवा एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने किया । वे १२ फरवरी को पद्माराजे गर्ल्स हाइस्कूल के मैदान में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में बोल रहे थे । इस सभा में ४ सहस्र ५०० से भी अधिक हिन्दू उपस्थित थे ।
इस सभा में सनातन के धर्मप्रचारक सद्गुरु स्वाती खाडये एवं हिन्दू जनजागृति समिति के अधिवक्ता संगठक अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर ने भी मार्गदर्शन किया । प्रारंभ में शंखनाद के उपरांत दीपप्रज्वलन किया गया । तत्पश्चात मान्यवरों ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को पुष्पहार अर्पण किया ।
कोल्हापुर सभा के प्रारंभ में वेदमूर्ति श्री. शतानंद कात्रे, श्री. नारायण जोशी एवं श्री. गुरुप्रसाद जोशी ने वेदमंत्रपठन किया । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य का ब्योरा हिन्दू जनजागृति समिति प्रणीत रणरागिणी शाखा की श्रीमती राजश्री तिवारी ने प्रस्तुत किया । सूत्रसंचालन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. मिलिंद धर्माधिकारी एवं श्रीमती भक्ति डाफळे ने किया ।
श्री. मनोज खाडये बोले, ‘‘विशालगढ अतिक्रमणमुक्त होने हेतु ‘विशालगढ रक्षण एवं अतिक्रमण विरोधी कृति समिति’ गत २ वर्षों से कार्यरत है । राज्य संरक्षित स्मारकों पर पशुवध न किया जाए, ऐसा पुरातत्व विभाग का आदेश होते हुए भी विशालगढ पर पशुहत्या करने हेतु अनधिकृत शेड डाली गई थी । इससे स्पष्ट होता है कि वहां के धर्मांधों को प्रशासकीय यंत्रणा का कोई भय नहीं । इसलिए प्रशासन ऐसों पर कार्रवाई करे इसलिए हिन्दुओं को भी अब दबावगट बढाकर अपनी संगठितशक्ति बढानी चाहिए !’’
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए गिलहरी समान नहीं, अपितु हनुमानजी समान योगदान दें ! – सद्गुरु स्वाती खाडये, सनातन संस्था
आज भारत में इस्लाम एवं ईसाई, साथ ही अन्य अल्पसंख्यक पंथों को विशेष संरक्षण दिया गया है; परंतु देश के बहुसंख्यकों के अर्थात हिन्दू धर्म को कोई भी राजकीय संरक्षण प्राप्त नहीं । इसलिए भारत में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध कथित अन्याय होने पर ‘अल्पसंख्यक आयोग’ होता है । अल्पसंख्यकों के विकास के लिए स्वतंत्र ‘अल्पसंख्यक विकास मंत्रालय’ होता है अथवा ‘सच्चर आयोग’ आदि बनाया जाता है । तब भी हिन्दूबहुल देश में अल्पसंख्यकों को लाभ, तो हिन्दुओं पर अन्याय, यह स्थिति दूर करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक है । कालमहिमा के अनुसार कलियुगांतर्गत सत्ययुग अर्थात हिन्दू राष्ट्र आनेवाला है । ‘जहां धर्म होता है, वहां विजय होती है’ इस धर्मवचन के अनुसार हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए गिलहरी समान नहीं, अपितु हनुमानजी समान योगदान देना है, ऐसा आवाहन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक सद्गुरु स्वाती खाडये ने किया ।
धर्मांधों द्वारा जानबूझकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाले विधान ! – अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर
१२ ज्योतिर्लिंगों में से एक सोमनाथ मंदिर के विषय में ‘ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन’के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशिदी ने कहा था, ‘सोमनाथ मंदिर में श्रद्धा एवं देवता के नाम पर अयोग्य बातें हो रही थीं । लडकियों को गायब कर दिया जा रहा था । गजनी को इस जानकारी में तथ्य मिले, इसलिए उसने आक्रमण किया’, इसप्रकार के संतापजनक विधान किए । रशिदी ने इससे पूर्व भी ‘आनेवाले इन ५०-१०० वर्षों के काल में श्रीराममंदिर तोडकर पुन: वहां बाबरी मस्जिद बनाई जाएगी । तब संभवत: मुसलमान शासक होंगे,’ ऐसे श्रीराममंदिर के विषय में आक्षेपार्ह विधान किए थे ।
विशालगढ का रणसंग्राम करनेवाले धर्मवीर एवं शिवप्रेमियों का सम्मान !
विशालगढ पर अतिक्रमण, मंदिर-समाधियों की दयनीय अवस्था को सार्वजनिक करने के लिए गत २ वर्षों से विशालगढ रक्षा एवं अतिक्रमणविरोधी कृति समिति प्रयास कर रही है । समिति के अनुवर्ती प्रयासों के कारण गढ पर हुआ अतिक्रमण हटाने के लिए प्रथम चरण शीघ्र ही आरंभ हो रहा है । यह रणसंग्राम करनेवाले धर्मवीर एवं शिवप्रेमी सर्वश्री राजू यादव, संभाजीराव भोकरे, रणजीत घरपणकर, शरद माळी, सुरेश यादव, प्रमोद सावंत, बाबासाहेब भोपळे, किशोर घाटगे का सम्मान किया गया । उनका सम्मान श्री. मनोज खाडये के हस्तों किया गया ।