उदयपुर (राजस्थान) – यहां २८ जून २०२२ को दो मुसलमानों ने सिर काटकर टेलर कन्हैया लाल तेली की हत्या की थी । इस प्रकरण में राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र ने ३ सहस्र ५०० पृष्ठ का आरोप पत्र प्रविष्ट किया है । इसमें कहा गया है कि यह हत्या करने हेतु कन्हैया लाल के मुसलमान पडोसियों ने उसकी जानकारी एकत्रित कर उसे हत्यारों को देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा इस हत्या के लिए पाकिस्तान से आदेश दिया गया था ।
१. पडोसियों में वसीम की सौंदर्य प्रसाधन की दुकान है । थोक व्यापारी रजा उपाख्य मुस्लिम खान, चश्मे की दुकान में काम करनेवाला आसिफ हुसैन, चूडियों की दुकान में काम करनेवाला मोहम्मद जावेद तथा मांस की दुकान चलानेवाला मोहम्मद मोहसिन का पडोसियों में समावेश था, जिन्होंने हत्या में सहायता की ।
२. कन्हैया लाल की हत्या के लिए एक वाट्स एप गुट तैयार किया गया था । इसमें अनेक पाकिस्तानी सम्मिलित हुए थे । इसका प्रमुख कराची का सलमान अत्तारी था । वही इस हत्या का मुख्य सूत्रधार था । इस गुट द्वारा ‘तहरीक ए लब्बैक पार्टी’ के कट्टरतावादी मानसिकता का प्रसार किया जा रहा था । कन्हैया लाल की हत्या का अपराधी मोहम्मद गौस ने कराची जाकर सलमान अत्तारी से भेंट की थी ।
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात