ऑस्ट्रेलिया में हिन्दुओं के खिलाफ लगातार जारी है हिंसा
ऑस्ट्रेलिया के हिंदू मंदिरों में हुई तोड़फोड़ के बाद अब खालिस्तानी आतंकी हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं। दरअसल, ब्रिस्बेन में स्थित एक हिंदू मंदिर को धमकी दी गई है। धमकी में कहा गया है कि यदि वह महा शिवरात्रि मनाना चाहते हैं तो उन्हें खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करनी होगी। धमकी देने वाले व्यक्ति ने खुद को पाकिस्तानी बताया है।
ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार (17 फरवरी, 2023) को ब्रिस्बेन के प्रसिद्ध गायत्री मंदिर के अध्यक्ष डॉ. जयराम और उपाध्यक्ष धर्मेश प्रसाद को एक धमकी भरा फोन आया था। इस फोन में खालिस्तानी आतंकी ने खुद को गुरु अवधेश सिंह बताते हुए कहा है कि वह पाकिस्तान के ननकाना साहिब से बोल रहा है।
Here is the recording of Khalistani extremists intimidating Hindu Society of Queensland’s Gayatri Mandir.@DrAmitSarwal @SarahLGates1 @rishi_suri @TVMohandasPai @thebritishhindu @ProfVemsani @AnnastaciaMP @QldPolice @TimWattsMP @ClareONeilMP @austhindu https://t.co/rFQUcoGqVW
— The Australia Today (@TheAusToday) February 17, 2023
मंदिर के अध्यक्ष जय राम को फोन कर धमकी देने वाले व्यक्ति ने कहा है, “मैं पाकिस्तान के लाहौर में ननकाना साहिब से बोल रहा हूँ। मेरा नाम गुरु अवधेश सिंह है। मेरे। मेरे पास खालिस्तान के संबंध में एक संदेश है। यदि तुम 19 फरवरी को महाशिवरात्रि मनाने की योजना बना रहे हो तो पुजारी से खालिस्तान का समर्थन करने के लिए कहो। तुमको अपने कार्यक्रम के दौरान पाँच बार ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाना है।” उसने यह भी कहा है, “19 मार्च को होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह होना है। तुम अपनी मंडली से कहो कि वो इसका समर्थन करें।”
हिंदुओं ने की कार्रवाई की मांग
ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले हिंदुओं ने वहाँ के मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ की निंदा की है। साथ ही, अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की। बता दें कि बीते कुछ दिनों में ऑस्ट्रेलिया के कई हिंदू मंदिरों में खालिस्तानी आतंकियों ने तोड़फोड़ कर खालिस्तान के समर्थन व भारत के विरोध में नारे लिखे हैं।
सिडनी में एक भारतीय ने एएनआई से बात करते हुए कहा है, “मुझे उम्मीद है कि सरकार इसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। हम हिंदू हैं और हमारी संस्कृति में हिंदू धर्म का अर्थ जीवन का एक तरीका है और हम हर धर्म का सम्मान करते हैं।”
सिडनी में रहने वाले एक अन्य हिंदू ने कहा है, “हर बार जब हम ऐसा कुछ सुनते हैं, तो हम चिंतित हो जाते हैं। एक हिंदू या एक ईसाई या एक मुस्लिम के रूप में, हम सब एक हैं और हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं। सरकार को इसका ध्यान रखना होगा और एक विशेष समुदाय के लिए समस्या पैदा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।”
स्रोत : ऑप इंडिया