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उदयपुर : अज्ञातों द्वारा भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़ने से हिन्दुओं में आक्रोश, आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन

राजस्थान के उदयपुर जिले में भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया है। मूर्ति तोड़ने वालों की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। वहीं, इस बात से नाराज लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कई रास्ते जाम कर दिए हैं। यह मामला उदयपुर के गोगुन्दा तहसील में आने वाले रावलिया खुर्द इलाके के परशुराम मंदिर का है।

उदयपुर जिले के गोगुन्दा के रावलिया खुर्द गांव के जोशी की भागल में रविवार की रात असामाजिक तत्वों ने भगवान परशुराम की मूर्ति को तोड़ दिया। सोमवार की सुबह मूर्ति टूटने की खबर पूरे गांव में फैल गई, वहीं सैकड़ों ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और रोष जताते हुए सड़क पर पत्थर रखकर बैठ गए, जिससे जाम लग गया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश कर खंडित मूर्ति को जब्त कर लिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने खंडित मूर्ति को कब्जे में लेकर गोगुन्दा थाने में रखवाया, टीम गठित कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।

भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़ने की खबर संज्ञान में आने के बाद से ही पुलिसबल सक्रिय हुआ और विरोध करने वालों को समझाने की कोशिश की गई। यही नहीं, पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है कि आखिर इस वारदात को अंजाम किसने दिया।

पूजा करने आए ग्रामीणों ने देखी प्रतिमा की स्थिति

रावलिया खुर्द में स्थित इस मंदिर में गांव के लोग रोजाना पूजा करने के लिए आते हैं। सोमवार सुबह जब लोग यहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि भगवान परशुराम की मूर्ति अपनी जगह पर नहीं है और नीचे गिरी हुई है। देर रात कुछ असामाजिक तत्वों ने यह शरारत की और भगवान की मूर्ति को तोड़ दिया। बात हवा की तरह गांव में फैल गई और सभी मौके ओर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर गोगुन्दा थानाधिकारी अनिल बिश्नोई टीम के साथ पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।

आरोपियों को जल्द गिरफ्तारी करने की मांग

इधर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ गया और विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। यही नहीं, आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर रावलिया खुर्द गांव मुख्य मार्ग के बीच में पत्थर लगाए और रास्ता जाम कर दिया गया। इसके बाद सड़क पर ही बैठकर लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे। नारेबाजी करते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की गई। गांव वालों का कहना है कि ब्राह्मण समाज की भावनाओं को आहत करने के लिए भगवान परशुराम जी की मूर्ति तोड़ने वाले बदमाशों को जल्द से जल्द अरेस्ट किया जाए।

स्रोत : पालिवालवानी

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