पश्चिम बंगाल मुर्शिदाबाद जिले पर भारत-बांग्लादेश सीमा पर भारतीय किसानों की सुरक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के जवानों पर रविवार सुबह बांग्लादेशी बदमाशों ने अचानक हमला कर दिया और दो जवानों को बुरी तरह से घायल कर दिया। दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, घटना रविवार को पश्चिम के मुर्शिदाबाद जिले के दक्षिण सीमांत के अंतर्गत सीमा चौकी निर्ललचर, 35वीं के इलाके में हुई। घटना के बाद भारत बीएसएफ के अधिकारियों ने तुरंत ही बीजीबी के अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया और फ्लैग मीटिंग करने को कहा।
?#BSF jawans attacked by #Bangladeshi miscreants and villagers, while performing duty in the security of Indian farmers on the international border of Murshidabad. 2 jawans seriously injured. pic.twitter.com/H8Pq6qBu3e
— IDU (@defencealerts) February 26, 2023
दरअसल, भारतीय किसानों ने शिकायत की थी कि बांग्लादेशी किसान भारतीय किसानों के खेतों में घुसकर अपने पशु चराते हैं और जानबूझकर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। किसानों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए जवानों ने उनकी रक्षा के लिए अस्थाई तौर पर सीमा के नजदीक एक पोस्ट को स्थापित किया है, ताकि भारतीय किसान भयमुक्त होकर अपनी खेती का काम बखूबी कर सकें।
रोज की तरह रविवार को भी सीमा चौकी निर्मलचर के जवान सीमा पर अपनी ड्यूटी दे रहे थे। सुबह करीब 9.45 बजे, बांग्लादेश की तरफ से सौ अधिक की संख्या में बांग्लादेशियों ने भारतीय सीमा में घुसकर लाठी, डंडों और धारदार हथियारों से जवानों पर हमला कर दिया और बदमाश उनके हथियार छीनकर बांग्लादेश भाग गए। हमले में दो जवान बुरी तरह से घायल हो गए। सूचना मिलने पर जवानों को तुरंत ही उपचार के लिए वहां से नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही इस संबंध में बीएसएफ के अधिकारियों ने तुरंत ही बीजीबी के अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया और फ्लैग मीटिंग आयोजित करने को कहा ताकि बांग्लादेशी बदमाशों से जवानों के हथियारों को प्राप्त किया जा सके और घटना की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। इससे पूर्व में भी यहाँ भारतीय किसानो की फसल बर्बाद करने और बांग्लादेशियों द्वारा जबरन भारतीय जमीन पर अपने मवेशी चराने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। बीजीबी को ऐसी घटनाओं की जानकारी दी जाती है, लेकिन बीजीबी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जब तस्करों और आपराधिक मंशा वाले लोगों को उनके सीमापार गैर कानूनी कामों में सफलता नहीं मिलती तो वे जवानों पर जानलेवा हमला करते हैं। उन्होंने बताया कि बीएसएफ जवानों पर कई बार पहले भी तस्करों और उनके साथियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हमले किए गए हैं, लेकिन फिर भी जवान उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देते। निर्मलचर का इलाका काफी दुर्गम है और यहां सुविधाओं के अभाव के बावजूद भी बीएसएफ जवान रात दिन सीमा पर चौकसी कर रहे हैं।
स्रोत : अमर उजाला