अलीगढ के खैर इलाके में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। जिसको लेकर हिंदूवादी संगठनों ने पहुंचकर विरोध जताया है। बताया जा रहा है कि गैर समुदाय की महिला जबरन मुसलमान और इस्लाम धर्म ग्रहण करने का दबाव बनाती है। वही बात नहीं मानने पर मारपीट करती है,और परिवार सहित काटने की धमकी देती है। इसकी शिकायत थाना खैर पुलिस कोड़ी गई है।
मोहल्ला गौतमान में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि, सागर शर्मा नाम के युवक की शादी 5 वर्ष पूर्व एक मुस्लिम युवती के साथ हुई थी। आरोप है कि विशेष समुदाय की युवती के द्वारा धीरे-धीरे पूरे परिवार का धर्मांतरण करा दिया। हाल ही में वह अपने एक किशोर का खतना भी करा लाई है।
हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सागर शर्मा के घर जा पहुंचे। उन्होंने सागर शर्मा को हिन्दू धर्म को छोड़ दूसरे धर्म में गए सागर शर्मा से वार्तालाप किया। तभी सागर शर्मा की पत्नी फातिमा खातून उर्फ आशा शर्मा हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर उग्र हो गई और कपड़े फाड़ कर उन पर फर्जी मुकदमे लगाने की धमकी देने लगी।
पुलिस से कारवाई की मांग
हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के एकत्रित होने की सूचना पर थाना खैर प्रभारी इंस्पेक्टर बृजेश कुमार व चौकी प्रभारी रविंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने दोनों पक्षों की बात को सुना। वही धर्मांतरण वाले परिवार के नाम पते पूछे। महिला के द्वारा पुलिस को अपना नाम व अपने पिता व भाई का नाम गलत बताया गया।
अड़ोस- पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि इनके घर पर प्रतिदिन मुल्ला मौलवी आते हैं, जो हमें यहां आकर धर्मांतरण के लिए कहते हैं। हमें तरह-तरह के ताने देते हैं।साथ ही पूजा-पाठ बंद करने की भी बात करते हैं। यह लोग घर में पूजा पाठ नहीं करते, मस्जिदों में नमाज करने जाते हैं और घर में मीट मांस लाकर पका कर उनकी हड्डियां आंगन व गेट के बाहर फेंक देते हैं। जिससे कि अड़ोस-पड़ोस के बच्चे उठा लेते है। पड़ोसियों ने इसका कड़ा विरोध जताया। ना खैर प्रभारी ब्रजेश ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
स्रोत: हिंदी खबर