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कानपुर धर्मांतरण मामला : NIA और STF करेगी जांच, पुल‍िस टीम जाएगी कोलकाता

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कानपुर – चकेरी के श्याम नगर स्थित फ्लैट में धर्मांतरण का खेल पकड़े जाने के मामले में अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी और स्पेशल टास्क फोर्स को भी जांच में लगाया गया है। फतेहपुर और प्रयागराज के साथ टीम चकेरी प्रकरण की भी जांच करेंगी।

चकेरी के श्याम नगर में एक अपार्टमेंट के फ्लैट में धर्मांतरण का खेल पकड़ा गया था। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों के हंगामे के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके फ्लैट की सील किया था। फ्लैट से पुलिस को भारी मात्रा में साहित्य, फोटो, वीडियो, कंप्यूटर आदि सामान बरामद हुआ था।

पुलिस फिलहाल इसमें फंडिंग के बारे में छानबीन कर रही है। फतेहपुर और प्रयागराज मामले में की जांच कर रही एनआइए और एसटीएफ की टीम को चाणक्यपुरी मामले की जांच भी सौंपी गई है। वहीं, चकेरी और जाजमऊ थाना क्षेत्रों में खुफिया भी नई बनी चर्च के बारे में जानकारी जुटा रही है।

धर्मांतरण को लेकर अब तक पुलिस ने कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब तक की छानबीन में यह सामने आया है कि चाणक्यपुरी में ग्रामीण क्षेत्रों से पिकनिक के बहाने से स्कूली बच्चों को लाया जाता था। जहां बंद कमरे में उन्हें दूसरे धर्म के भगवानों में अंतर बताकर उनका ब्रेन वाश किया जाता था।

शहर में संचालित होने वाली इन चार्ज के कनेक्शन कोलकाता से होने की जानकारी पर गंगा मेला के बाद पुलिस की एक टीम को वहां भेजने की तैयारियां की जा रही है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच चल रही है। फंडिंग के संबंध में जानकारियां जुटाई जा रही हैं। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

स्रोत : जागरण


6 मार्च

कानपुर : ‘ईसा बनो, मकान-नौकरी सब मिलेगा’, किराए के घर से चल रहा था धर्मांतरण का रैकेट

हिंदुओं को शादी तक का दे रहे थे लालच

उत्तर प्रदेश के कानपुर से रविवार (6 मार्च 2023) को धर्मांतरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों को पकड़ा है। ये दोनों एक फ्लैट में रहकर लोगों को अच्छी नौकरी, बिजनेस, मकान और शादी का लालच देकर बरगलाने का काम करते थे। पुलिस को इनके पास से ताइवान भाषा में लिखी कुछ पुस्तकें बरामद हुई हैं। अब इस मामले की जांच एटीएस, आईबी, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य जांच एजेंसियों के अधिकारी कर रहे हैं।

पूरा मामला चकेरी थाने के श्यामनगर का है। स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि फ्लैट में धर्मांतरण का कार्य होता है। इसी बाबत बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उन्होंने फ्लैट पर 50 से अधिक पुरुष और महिलाओं को पाया। विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष आनंद सिंह ने बताया कि इन सब लोगों का फ्लैट में ब्रेन वॉश हो रहा था, जिन्हें ईसाई धर्म से जुड़े साहित्य भी उपलब्ध कराए गए थे। उनके मुताबिक करीबन 8-10 लोगों को हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बनने को कहा जा रहा था।

जब पुलिस को इस धर्मांतरण के खेल की सूचना मिली तो फ्लैट पर फोर्स पहुंची और दो युवकों (अभिजीत और रजत) को धरा। साथ ही 6 संदिग्धों (जीवन, शिवांग, शीतल, जाबिन, राणाजी समेत 6) को हिरासत में लिया। गिरफ्तार हुए युवकों में से एक ने खुद को उत्तराखंड के चमोली का बताया और दूसरे ने खुद को थर्ड जेनरेन क्रिश्चियन बताया।

पुलिस को इनके पास से लैपटॉप, कम्प्यूटर में धर्मांतरण की प्रचार सामग्री बरामद हुई है। 4 ऐसे लोग भी मिले हैं जिन्हें लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मना लिया गया था। अब पुलिस इनका फंडिंग कनेक्शन तलाश रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें छानबीन में मिले दस्तावेजों में ताइवान की भाषा लिखी हुई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद देव तिवारी ने बताया कि फ्लैट पर धर्म परिवर्तन का काम नौकरी और बेहतर जीवन के नाम पर किया जा रहा था। फ्लैट से जिस प्रकार के दस्तावेज मिले हैं उसे देख यही लगता है कि मामले में और जांच की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पुलिस की पड़ताल में 4 लोग ऐसे भी मिले जो धर्मांतरण को तैयार थे पर अभी उनका धर्म परिवर्तन हुआ नहीं था। पुलिस ने बताया कि फ्लैट में रहकर धर्मांतरण की गतिविधि ऑपरेट की जा रही थी।

हैरानी की बात ये है कि आरोपितों की कोई लोकल इनकम सोर्स का नहीं पता चल पाया है जबकि इनका मासिक खर्चा 2 लाख रुपए से ऊपर का है। पुलिस मान रही है कि कानपुर में धर्मांतरण का खेल किसी एनजीओ द्वारा संचालित हो रहा था।  पुलिस अब दोनों आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

स्त्रोत – ऑपइंडिया

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