अमेरिकी वर्चस्व भी नहीं पढेंगे छात्र
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) सीबीएसई, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, गोवा, त्रिपुरा, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और मिजोरम समेत देश के करीब 23 राज्यों के स्कूल शिक्षा बोर्ड के छात्र अब कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं में इतिहास की नई पुस्तकें पढ़ेंगे। इन करोड़ों छात्रों को अब कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं के इतिहास की पुस्तकों में अब मुगल साम्राज्य, दिल्ली दरबार, अकबरनामा, बादशाहनामा और कई राजनीतिक दलों के उदय की कहानियां पढ़ने को नहीं मिलेंगी।
NCERT removes chapters on Mughals from their textbooks, watch to know more#ITVideo | @poojashali #NCERT pic.twitter.com/5TiIwsR6MG
— IndiaToday (@IndiaToday) April 3, 2023
पाठ्यक्रम में कई बड़े बदलाव किए गए
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) यानी एनसीईआरटी की ओर से कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं के लिए इतिहास की पुस्तकों का पाठ्यक्रम संशोधित किया गया है। इनमें कई बड़े बदलाव किए गए हैं। एनसीईआरटी ने कक्षा 10वीं, 11वीं, 12वीं की इतिहास की पुस्तकों से राजाओं और उनके इतिहास से संबंधित अध्यायों और विषयों को हटा दिया है।
थीम्स इन वर्ल्ड हिस्ट्री, थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट-2 में हुए ज्यादा बदलाव
नए पाठ्यक्रम के तहत इतिहास की किताब थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट-2 से द मुगल कोर्ट्स (16वीं और 17वीं सदी) को हटा दिया गया है। इसी तरह, सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स, संस्कृतियों का टकराव और औद्योगिक क्रांति से संबंधित पाठों को भी कक्षा 11वीं की पाठ्यपुस्तक थीम्स इन वर्ल्ड हिस्ट्री से हटा दिया गया है।
कक्षा 12वीं की इतिहास की किताबों से छात्रों को अकबरनामा और बादशाहनामा, मुगल शासकों और उनके साम्राज्य, पांडुलिपियों की रचना, रंग चित्रण, आदर्श राज्य, राजधानियां और दरबार, उपाधियां और उपहारों, शाही परिवार, शाही नौकरशाही, मुगल अभिजात वर्ग, साम्राज्य और सीमाओं के बारे में भी पढ़ने को नहीं मिलेगा।
विश्व राजनीति में अमेरिकी दबदबे और एरा ऑफ वन पार्टी डोमिनेंस के चैप्टर भी हटाए
इसके अलावा विश्व राजनीति में अमेरिकी आधिपत्य और द कोल्ड वॉर एरा जैसे अध्यायों को भी कक्षा 12वीं की नागरिक शास्त्र की पाठ्यपुस्तक से पूरी तरह से हटा दिया गया है। कक्षा 12वीं की किताब पॉलिटिक्स इन इंडिया सिंस इंडिपेंडेंस से राइज ऑफ पॉपुलर मूवमेंट्स और एरा ऑफ वन पार्टी डोमिनेंस को भी हटाया गया है।
इनमें कांग्रेस, सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के प्रभुत्व के बारे में बताया गया था। जबकि 10वीं कक्षा की किताब डेमोक्रेटिक पॉलिटिक्स-2 से लोकतंत्र और विविधता, लोकप्रिय संघर्ष और आंदोलन, लोकतंत्र की चुनौतियां जैसे पाठ भी हटा दिए गए हैं।
शैक्षणिक सत्र 2023-24 से ही लागू होगा नया पाठ्यक्रम
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एनसीईआरटी की किताबों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)-2020 के प्रावधानों के अनुसार अपडेट किया जा रहा है। अप्रासंगिक हो चुके विषयों को हटाकर नई सामग्री जोड़ी जा रही है। नया पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2023-24 से ही लागू किया जा रहा है।
स्रोत : अमर उजाला