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इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक का अंधभक्त है केरल में 3 लोगों को जिन्दा जलाने वाला शाहरुख सैफी

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जाकिर नाइक के कट्टरपंथी वीडियो देखता था जिहादी शाहरुख सैफी – विशेष जांच दल ने किया खुलासा

केरल के कोझिकोड ट्रेन में आग लगाने वाला आरोपी शाहरुख सैफी ‘अत्याधिक कट्टरपंथी’ व्यक्ति है। वह जिहादी इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक का अनुयायी भी है। वह ट्रेन में आग लगाने की पहले से ही योजना बना कर आया था। यह खुलासा घटना की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने सोमवार को किया है।

एडीजीपी (कानून व्यवस्था) और एसआईटी के प्रमुख एमआर अजीत कुमार ने खुलासा किया कि 2 अप्रैल को कन्नूर जाने वाली एग्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगाने की घटना के मामले में पुलिस ने शाहरुख पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) लगाया गया है। वह अपराध करने के इरादे से ही केरल आया था। बता दें कि इस अग्निकांड में तीन लोगों की मौत हो गई थी।

वह अत्यधिक कट्टरपंथी है। उसने जाकीर नाइक और अन्य के कट्टरपंथी वीडियो देखे। वह अपराध करने के लिए पूर्व नियोजित तरीके से केरल आया था। शाहरुख के ऊपर धारा 16 के तहत आरोप लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि जांच टीम इस बात की जांच कर रही है कि सैफी को किसी और से कोई मदद तो नहीं मिली थी। बता दें कि सैफी की पुलिस हिरासत 18 अप्रैल को खत्म हो रही है।


10 अप्रैल

केरल में चलती रेल में यात्रियों को जलाने के प्रकरणों के पीछे आतंकवादी संगठनों का हाथ !

केरल में चलती रेल में यात्रियों को जलाने का प्रकरण

रत्नागिरी – केरल में चलती रेल में यात्रियों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंककर उन्हें जलाकर मारने के पीछे आतंकवादी संगठनों का हाथ है । राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र (एन.आइ.ए.) एवं गुप्तचर विभाग (आइबी) ने यह निष्कर्ष दिया है । उस दिशा में यहां बंदी बनाए गए आरोपी शाहरूख सैफी की जांच आरंभ की गई है । इस प्रकरण में ३ लोगों की मौत एवं ९ लोग घायल हुए थे । महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल (ए.टी.एस.) एवं राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र ने रत्नागिरी पुलिसकर्मियों की सहायता से शाहरूख सैफी को ४ अप्रैल को रात्रि ११.३० बजे यहां रेलस्थानक से नियंत्रण में लिया । तदनंतर उसे केरल आतंकवाद विरोधी दल को सौंपा गया था ।

१. पुलिस की जानकारी के अनुसार प्रमुख संदिग्ध आरोपी शाहरूख सैफी देहली के शाहीन बाग का निवासी है तथा जून २०२२ से उसने अपनी जीवनशैली में परिवर्तन किया था । ऐसा मानना है कि नमाज पढने के लिए अधिक समय बिताने के साथ ही वह कट्टरपंथी बनने की ओर मुड गया था ।

२. ‍यह व्यवसाय से ‘यु ट्युबर’ है तथा ‘यु ट्युब चैनेल’ पर इसके सीमित ‘सबस्क्रायबर’ हैं, किंतु सैफी को कट्टरपंथी बनानेवालों के साथ उसने संपर्क किया होगा, ऐसा उस पर संदेह है ।

३. ‘केरल की रेल में जलाने के प्रकरण में केवले इसी ने यह आक्रमण किया था’, शाहरूख भले ही ऐसा कहता हो, तो भी रेल की आगजनी करने में अन्य लोगों के  सहभागी होने का भी संदेह है ।

४. ‘शाहरूख में धार्मिक कट्टरता के कोई भी लक्षण नहीं है’, ऐसा उसके परिजनों का कहना है, तब भी ‘शाहरूख केरल से अचानक लापता क्यों हुआ ?’ एवं ‘वह उसी रेल में क्यों गया ?’, इसका भी अन्वेषण जारी है ।

स्रोत: हिंदी सनातन प्रभात


4 अप्रैल

चलती ट्रेन में आग लगा कर 3 लोगों की जान लेने वाला शाहरुख सैफ धराया: नोएडा-गाजियाबाद में NIA ने ली तलाशी

केरल में चलती ट्रेन में आग लगाकर फरार होने वाले संदिग्ध शाहरुख सैफी को उत्तर प्रदेश से हिरासत में लिया गया है। उत्तरप्रदेश एटीएस ने उसे बुलंदशहर से धर-दबोचा है। पुलिस पूछताछ कर घटना में उसकी संलिप्तता की जाँच कर रही है।

दरअसल, पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों की निशानदेही पर आरोपित का स्केच जारी किया था। स्केच से उसकी पहचान शाहरुख सैफ़ के रूप में हुई थी। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश एटीएस ने बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र के अकबराबाद से संदिग्ध को हिरासत में लिया है। कहा जा रहा है कि उत्तरप्रदेश एटीएस ने सोमवार (3 अप्रैल, 2023) को जाल बिछाते हुए उसे काम के लिए बुलाया था। इसके बाद हिरासत में ले लिया।

हिरासत में लिए गए शाहरुख सैफ ने 9वीं तक की पढ़ाई की है और पेशे से कारपेंटर है। वह दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत अन्य जगहों पर काम करता था। शाहरुख के 4 भाई हैं 2 भाई गाजियाबाद और 2 भाई बुलंदशहर में रहते हैं। शाहरुख के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि शाहरुख केरल क्यों और कैसे गया था।

इलाज के लिए हॉस्पिटल गया था शाहरुख

रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने जिस शाहरुख का स्केच जारी किया है वह इलाज कराने के लिए कुन्नूर के जिला चिकित्सालय गया था। यहाँ से भी पुलिस उसकी सारी आवश्यक जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई कर रही है।

नोएडा और गाजियाबाद में भी एनआईए कर रही है तलाशी

ट्रेन में आग लगाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए एनआईए भी इस मामले में पुलिस की सहायता कर रही है। दरअसल इस मामले में अब तक आतंकी एंगल होने की बात सामने नहीं आई है। लेकिन इससे इनकार भी नहीं किया गया है। ऐसे में एनआईए की एक टीम संदिग्धों की तलाशी नोएडा और गाजियाबाद में तलाशी कर रही है। हालाँकि अब तक इन दोनों ही जगह से किसी को हिरासत में लेने या गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।

‘न्यूज 18’ ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है, “आतंकी एंगल से देखने पर यह मामला कट्टरपंथी हमलावर द्वारा किया गया हमला लगता है। हालाँकि, इस तरह के आतंकी हमले सामने नहीं हैं। ऐसे में यह मामला ‘लोन वुल्फ’ अटैक का भी हो सकता है।” बता दें कि लोन वुल्फ अटैक को आतंक की दुनिया में दहशत फैलाने का सबसे नया तरीका माना जाता है। आमतौर पर ऐसे हमलावर या तो आत्मघाती होते हैं या फिर पुलिस एनकाउंटर में मारे जाते हैं।

इस तरह के हमलों में एक आतंकी ही पूरे ऑपरेशन को अंजाम देता है। इसमें किसी लीडर या सरगना की जरूरत नहीं होती। आतंकी आम दिखने वाली या फिर छोटी चीजों जैसे चाकू, तलवार या ग्रेनेड से हमलाकर आतंक को अंजाम देते हैं। बड़ी बात यह है कि ‘लोन वुल्फ अटैक’ में आतंकी की पहचान करना भी मुश्किल होता है।

रविवार (2 अप्रैल, 2023) की रात करीब 9 बजकर 45 मिनट पर अलप्पुझा-कन्नूर एग्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन कोझिकोड शहर को क्रॉस कर कोरापुझा रेलवे पुल पर पहुंची थी। इसी दौरान दो लोगों के बीच ट्रेन में चढ़ने को लेकर विवाद हो गया। तभी आरोपित ने अन्य यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसके चलते यात्रियों ने चेन पुलिंग करते हुए ट्रेन को रोका। ट्रेन के रुकते ही आरोपित मौके से फरार हो गया। बाद में यात्रियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। इस घटना में एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं 8 लोग घायल हुए थे।

स्रोत : ऑप इंडिया

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