‘जैन सोशल ग्रुप इंटरनैशनल फेडरेशन’की ओर से पुणे में कार्यक्रम !
पुणे – इतिहास में महिलाओं को गौण स्थान था, ऐसा झूठा प्रचार आज किया जा रहा है; परंतु वह गलत है । भारत के इतिहास में अनेक पराक्रमी एवं साहसी महिलाएं हुई हैं; परंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि हमें खरा इतिहास नहीं बताया जाता । पूर्व की महिलाएं धर्माचरण करती थीं । इसलिए उन्हें ईश्वर की शक्ति मिलती थी; परंतु आज अनेक महिलाएं पाश्चात्त्य संस्कृति का अनुकरण करने से उनपर अत्याचार बढ गए हैं । अत: महिलाओं को अब अबला न होते हुए धर्माचरण कर स्वयं का शौर्य जागृत कर रणरागिनी बनना आवश्यक है, ऐसा मत हिन्दू जनजागृति समिति की रणरागिनी शाखा की कु. क्रांति पेटकर ने व्यक्त किया । यहां के अण्णाभाऊ साठे सभागृह में महिलादिन के उपलक्ष्य में ‘जैन सोशल ग्रुप इंटरनैशनल फेडरेशन’के अंतर्गत ‘संगिनी नारी संगठन’की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । वे इस अवसर पर बोल रहीं थीं ।
यह कार्यक्रम को आयोजित करने में ‘जैन सोशल ग्रुप’ महाराष्ट्र प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री. दिलीपभाई मेहता ने पहल की थी । इस में हिन्दू जनजागृति समिति की रणरागिनी शाखा की कु. क्रांति पेटकर का व्याख्यान आयोजित किया गया था । कु. क्रांति पेटकर ने उपस्थित महिलाओं को ‘हिन्दू स्त्रियों का गौरवशाली इतिहास, महिलाओं की वर्तमान स्थिति एवं धर्माचरण की आवश्यकता’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया । इस अवसर पर ६७० से भी अधिक महिलाएं उपस्थित थीं ।