सोलापुर, धाराशिव, लातूर, बीड में १७० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठों का प्रांतीय अधिवेशन में सहभाग
सोलापुर – हिन्दुओं पर बढते आघातों की घटनाओं को देखते हुए हिन्दू राष्ट्र संकल्पना को असंवैधानिक घोषित करने के प्रयत्नों को विफल करने के लिए प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन के माध्यम से प्रयत्न करेंगे । इसके आगे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए प्रत्येक कदम उठाना आवश्यक है । प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन हिन्दू संगठनों के संगठन का व्यासपीठ है । इसलिए हिन्दुत्व के कार्य को गति देने के लिए इस अधिवेशन के माध्यम से हम संगठितरूप से प्रयत्न करेंगे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण, गुजरात एवं गोवा राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने किया । वे ९ अप्रैल को यहां के टाकळीकर मंगल कार्यालय में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ‘प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’में बोल रहे थे । अधिवेशन के प्रारंभ में शंखनाद किया गया, इसके साथ ही सनातन संस्था के धर्मप्रचारक सद्गुरु स्वाती खाडये, पू. (कु.) दीपाली मतकर, पंचमुखी हनुमान मंदिर के विश्वस्त एवं व्यवसायी श्री. सत्यनारायण गुर्रम एवं श्री. मनोज खाडये के हस्तों दीपप्रज्वलन किया गया । इस अवसर पर धर्माचार्य श्री बालयोगी महाराज, ह.भ.प. शाम जोशी महाराज, प्रज्ञापुरी धाम अक्कलकोट ट्रस्ट के आदि संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रसाद प्रकाश पंडित (गुरुजी) भी उपस्थित थे । अधिवेशन का उद्देश्य समिति के श्री. विक्रम घोडके ने प्रस्तुत किया । अधिवेशन में सोलापुर, धाराशिव, लातूर, बीड से १७० से भी अधिक हिंन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे ।
१. इस अवसर पर ‘लव जिहाद’, ‘हलाल जिहाद’, ‘वक्फ कानून – हिन्दूविरोधी षड्यंत्र’, ‘मंदिर संस्कृति रक्षा’ ऐसे विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया गया । इस अवसर पर गुटचर्चा में हिन्दुओं के संगठन के लिए व्याख्यानों का आयोजन, धर्मप्रेमियों की बैठक, आंदोलन, धर्मशिक्षा वर्गाें का नियोजन करना निश्चित हुआ । तुलजापुर के पुजारी मंडल के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री. किशोर गंगणे ने श्री तुलजाभवानी मंदिर के भ्रष्टाचार के विषय में दी कानूनी लडाई के विषय में जानकारी दी ।
२. इस अवसर पर दैनिक ‘दिव्य मराठी’के उपसंपादक श्री. सिद्धराम पाटील बोले, ‘‘संगठन में बडी शक्ति है । जब-जब हिन्दू संगठित होते हैं, तब उनकी सदैव विजय ही हुई है । इसलिए हिन्दुओं का संगठन आवश्यक है । संगठित कार्य करने से ही व्यक्तिगत एवं समाज की प्रगति होती है ।’’
केवल हिन्दुओं के मंदिर में दर्शन के लिए शुल्क लिया जाता है ! – श्री. अजय साळुंखे, अध्यक्ष, जनहित संगठन, तुलजापुर
जगभर में अन्य किसी भी पंथ में उनके धार्मिक स्थल का दर्शन लेने के लिए शुल्क नहीं लिया जाता । केवल हिन्दुओं के मंदिर में ‘सशुल्क दर्शन’, हैं । सरकार का ऐसा निर्णय होते हुए भी कि ‘दर्शन के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क न लिया जाए’ शुल्क लिया जाता है । भगवान के सामने हम सभी समान हैं । इसलिए ऐसी बातें तुरंत बंद हों, इसके लिए सभी संगठित होकर प्रयत्न करेंगे ।