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भूमि को सुरक्षित करने के लिए उन्हें अपने नियंत्रण में लेंगे, सरकार का दावा !
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भूमि का मूल्य १ लाख करोड रुपए से अधिक !
देश के एक भी चर्च अथवा मस्जिद का सरकारीकरण नहीं हुआ है अथवा उनके अधिकार की भूमि सरकार नियंत्रण में लेने का विचार भी नहीं करती; परंतु देश में हिन्दुओं के लाखों मंदिर अभीतक की सरकारों ने अपने नियंत्रण में लेकर, जैसे चाहे वैसे उस संपत्ति का उपयोग किया । अब भूमि भी नियंत्रण में लेकर उसका भी जैसे चाहे वैसे उपयोग करने की संभावना नकार नहीं सकते । यह स्थिति ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ अनिवार्य करती है ! – संपादक, हिन्दुजागृति
विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) – आंध्र प्रदेश के वाइ.एस.आर. पार्टी की सरकार ने सरकारीकरण हुए हिन्दुओं के २४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि अपने नियंत्रण में लेने के लिए उन्हें चिन्हांकित किया है । इनका मूल्य १ लाख करोड रुपए से अधिक है । यह भूमि नियंत्रण में लेने पर बहुत समय से विवाद आरंभ है ।
Andhra govt identifies 4 lakh acres of temple lands for safeguarding measures https://t.co/5HGNkCPhqc
— Devdiscourse (@Dev_Discourse) April 19, 2023
१. आंध्र प्रदेश के धर्मार्थ खाते के मंत्री कोट्टू सत्यनारायण ने दावा किया है कि सरकार मंदिर एवं उसकी संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहती है । इसलिए सुरक्षा के उचित उपाय किए जा रहे है । मंदिरों की भूमि की जानकारी सुरक्षित रखने के लिए एक संगणकीय प्रणाली (सॉफ्टवेयर) इससे पूर्व ही बनाई गई है ।
२. वर्तमान में मंदिरों की जो भूमि चिन्हांकित की गईं हैं, उनका विवाद मिटाया जाएगा । इस संदर्भ में विजयवाडा के श्री दुर्गा मल्लेश्वर स्वामीवरला देवस्थान की विवादास्पद भूमि के विषय में चर्चा की गई । उस पर शीघ्र ही समाधान निकाला जाएगा ।
३. राज्य के मंदिरों की भूमि संरक्षित करने के लिए सभी २६ जिलों के धर्मार्थ आयुक्तों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई । इसमें मंदिरों की भूमि की रक्षा करने का आदेश दिया गया था ।