ज्येष्ठ कृष्ण १२ , कलियुग वर्ष ५११५
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नई दिल्ली – विश्व हिन्दू परिषद [विहिप] के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए पहल करने की मांग की हैं ।
वरिष्ठ संतों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से अपनी मुलाकात के दौरान इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ के निर्णय का उल्लेख करते हुए कहा कि विवादित स्थल ही भगवान राम की जन्मभूमि है । उन्होंने कहा कि विवादित ढांचा बाबर के द्वारा निर्मित था एवं इस्लामिक मान्यताओं के विरुद्ध बनाया गया था । विवादित ढांचा किसी हिन्दू मंदिर को ध्वस्त करके उसके ऊपर बनाया गया था । उन्होंने राष्ट्रपति से इसके अनुरूप रामजन्मभूमि मंदिर पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए पहल करने की मांग की । राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल को आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने एवं रामजन्मभूमि सहित सभी विषय पर प्रधानमंत्री महोदय से भी वार्ता करने का आश्वासन दिया ।
प्रतिनिधिमंडल में विहिप संरक्षक अशोक सिंघल, विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामत्री चंपतरायजी, हिन्दू धर्माचार्य सभा के संस्थापक पूज्य स्वामी दयानन्द सरस्वती [कोयम्बटूर], भारत माता मंदिर के संस्थापक महामण्डलेश्वर, पूज्य सत्यमित्रानन्दगिरि जी महाराज, जगद्गुरु मध्वाचार्य पूज्य विश्वेशतीर्थ जी महाराज उड्डुपी, श्रीराम जन्मभूमि के महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज अयोध्या, महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानन्द जी महाराज मुम्बई, भारत के पूर्व गृहराज्य मंत्री एवं परमार्थ आश्रम हरिद्वार के परमाध्यक्ष स्वामी चिन्मयानन्द जी महाराज एवं हिन्दू धर्माचार्य सभा के अध्यक्ष स्वामी परमात्मानन्द जी महाराज सम्मिलित थे ।
स्त्रोत : दैनिक जागरण