उज्जैन : ईसाई धर्म को छोड़कर श्री मौनतीर्थ पर 4 लोगों ने सनातन धर्म को अपना लिया। इसके लिए पंचगव्य पूजन, शुद्धिकरण के साथ ही प्रायश्चित भी किया। महामंडलेश्वर डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज के विशेष सानिध्य में हुए इस पूजन अर्चन में सनातन धर्म को अपनाने वाले सभी लोगों ने महाराज जी से मंत्र लिया। सदैव सनातनी बने रहने की बात कही।
मंगलनाथ रोड मौनतीर्थ गंगा घाट पर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हेमंत पाल, डेनियल, रमेश मसीह और पीटर ने सनातन धर्म अपनाया है। मौनतीर्थ पीठाधीश्वर और महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज के सान्निध्य मे धर्म परिवर्तन कराया गया। इन लोगों ने पूरे विधि विधान से हिंदू धर्म अपनाया और सनातन धर्म पर चलने का संकल्प लिया।
गुरू मंत्र भी दिया
सुधाकरपुरी महाराज, स्वामी सत्यानंद महाराज, श्याम पडियार के द्वारा करवाए गए विशेष पूजन अर्चन मे सबसे पहले पंचगव्य पूजन हुआ। इसके बाद शुद्धिकरण और उसके पश्चात प्रायश्चित कर्म के साथ हवन पूजन किया गया। पूरी प्रक्रिया होने के बाद चारों लोगों ने महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज से गुरु मंत्र भी लिया।
डेनियल बने रविंद्र कुमार
महामंडलेश्वर डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज ने बताया कि सनातन धर्म अपनाने के बाद हेमन्त पॉल अब हेमन्त प्रजापति बन गए हैं। डेनियल अब रविंद्र कुमार, रमेश मसीह अब अमलेश कुमार और पीटर का नाम अब धर्म बदलने के बाद प्रदीप कुमार हो गया है। सभी ने महामंडलेश्वर स्वामी डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज एवं उपस्थित साधु संतों का आशीर्वाद लेकर नया जीवन आरंभ किया।
भटके लोग अपना रहे सनातन धर्म
डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज ने बताया कि मौनतीर्थ पीठ में सामाजिक समरसता के लिए समय समय पर गतिविधियां संचालित की जाती हैं। शंकराचार्य परिषद बैंगलोर (कर्नाटक) के राष्ट्रीय पार्षद डॉक्टर विद्यासागर मौनतीर्थ पीठ के सामाजिक समरसता प्रमुख हैं। जो कि सनातन का प्रचार करते रहते हैं। जब भी उन्हे धर्म से भटके ऐसे लोग मिलते हैं। हम इन लोगों को समझाते हैं। फिर बिना किसी बंधन के उन्हें अपने धर्म में लाने के साथ ही सनातन से जोड़ते हैं।
अब तक 20 को बनाया सनातनी
श्री मौनतीर्थ पीठ के प्रमुख डॉक्टर सुमनानंद गिरि महाराज ने बताया कि अब तक तकरीबन 20 लोगों को हम सनातनी बना चुके हैं। कुछ दिनों पूर्व ही उत्तराखंड के रहने वाले मुस्लिम समाज के युवक नफीस को भी हमने नारायण बनाया था। उन्होंने बताया कि पहले तो सभी सनातनी थे लेकिन बाद मे किसी न किसी कारण से अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था लेकिन अब ऐसे लोग फिर सनातन धर्म को अपनाना चाहते हैं। हम तो सिर्फ ऐसे लोगों की घर वापसी करवा रहे हैं।
स्रोत: tv9hindi