दमोह (मध्य प्रदेश) की घटना !
इस घटना के विरुद्ध यदि किसी हिन्दू ने मुसलमान की सहायता की होती एवं हिन्दुओं द्वारा उसका सामाजिक बहिष्कार किया गया होता, तो हिन्दुओं को ‘तालिबानी’ कहा गया होता; परंतु यहां बहिष्कार करनेवाले मुसलमान होने से सभी राजनीतिक पार्टियां, पुरो(अधो)गामी संगठनों के मुंह में दही जम गया है, यह बात ध्यान में लें ! -संपादक
दमोह (मध्य प्रदेश) – चुनाव की प्रचार सभा में एक हिन्दू युवक के माथे पर गुलाल का तिलक लगाने के कारण आरिफ शाह नामक मुसलमान युवक का स्थानीय मुसलमानों ने बहिष्कार कर दिया है । इस युवक की माता की मृत्यु होने के पश्चात एक भी मुसलमान उसके घर नहीं गया । मुसलमान उसे अपने घर भी नहीं बुलाते हैं । इस युवक ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया है एवं पुलिस जांच कर रही है । सामने आया है कि गत वर्ष से यह बहिष्कार चल रहा है । आरिफ ने आरोप लगाया है कि बहिष्कार करनेवालों ने उसकी (आरिफ की) भूमि भी अवैध रूप से नियंत्रण में लेने का प्रयास किया था ।
हिन्दू के माथे पर लगाया तिलक…तो ‘मुस्लिम समाज’ ने आरिफ का किया बहिष्कार: अम्मी के इंतकाल तक पर कोई नहीं आया, जमीन हड़पने की कर रहे कोशिश#MadhyaPradesh #Damohhttps://t.co/OJA0ojnEtt
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) June 4, 2023
स्रोत: दैनिक सनातन प्रभात