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उत्तराखंड में लोगों ने मेडिकल छात्रा की अश्लील तस्वीरें लेकर ब्लैकमेल करने वाले धर्मांध युवक का जुलूस निकाला

  • मारपीट कर पुलिस को सौंपा

  • उत्तराखंड में 5 महीने में ‘लव जिहाद’ के 50 मामले…

उत्तराखंड के देहरादून में ‘लव जिहाद’ और ब्लैकमेल का मामला सामने आया है। यहाँ मुस्लिम युवक पर अश्लील फोटो के जरिए हिंदू लड़की को धर्मांतरण के लिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगा है। इसी बीच आरोपित युवक लोगों के हत्थे चढ़ गया। स्थानीय लोगों ने उसे पीटते हुए जुलूस निकाला। इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला देहरादून जिले में डोईवाला थाना क्षेत्र के जॉली ग्रांट इलाके का है। यहाँ मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा का आरोप है कि मुस्लिम युवक ने पहले तो उससे दोस्ती की। फिर अश्लील फोटो लेकर उसे धर्मांतरण के लिए ब्लैकमेल करने लगा। मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय जनता में आक्रोश व्याप्त था।

इसी बीच युवक घूमता हुआ स्थानीय जनता के हत्थे चढ़ गया। इसके बाद लोगों ने पकड़कर उसकी धुनाई कर दी और इलाके में जुलूस निकाला। फिर थाने जाकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। स्थानीय लोगों ने आरोपित युवक को इतना मारा कि उसके कपड़े तक फट गए। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं।

आरोपित मुस्लिम युवक के साथ हुई मारपीट की जानकारी मिलने पर अन्य मुस्लिम भी वहाँ पहुँच गए। मुस्लिमों का आरोप है कि जिस इलाके में आरोपित की पिटाई की गई, उसी इलाके में उनकी दुकान है। दुकान के पास ही भीड़ ने उनके साथ भी मारपीट की। यही नहीं, पुलिस स्टेशन में दोनों पक्षों के बीच आपस में कहासुनी हो गई। इसके बाद मामला बिगड़ता चला गया और थाने में ही हाथपाई शुरू हो गई। मामला शांत न होता देख पुलिस को बीच बचाव करना। इसके बाद मामला शांत हुआ।

वहीं, जागरण ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा है कि हिंदू संगठन के नेताओं का आरोप है कि मुस्लिम युवक ने 1 नहीं बल्कि 3 छात्राओं का शोषण किया है। आरोपित इन लड़कियों को नशीला पदार्थ देता था। इसके बाद उनके साथ संबंध बनाते हुए फोटो, वीडियो बनाए। इन्हीं फोटोज के सहारे वह लड़कियों को ब्लैकमेल कर रहा था।

‘लव जिहाद’ के मामलों में हुआ इजाफा

उत्तराखंड में लव जिहाद के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। जहाँ साल 2022 में लव जिहाद के 76 मामले दर्ज हुए थे, वहीं इस साल शुरुआती 5 महीनों में ही मुस्लिम युवकों द्वारा लड़कियों को बहला फुसलाकर ले जाने के करीब 50 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से अधिकांश लड़कियाँ नाबालिग बताई जा रहीं हैं।

स्रोत: ऑप इंडिया

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