‘पाकिस्तानी एजेंसियों ने टॉर्चर किया, लेकिन श्रीकृष्ण ने मेरा हाथ थाम लिया’: मोहम्मद शायन अली
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मोहम्मद शायन अली ने हिंदू धर्म स्वीकार करने की घोषणा की है। एक ट्वीट में उन्होंने ‘घर वापसी’ के बारे में बताया है। कहा है कि पाकिस्तानी एजेंसियों के टॉर्चर के कारण जब उन्हें मुल्क छोड़ना पड़ा, वे अवसाद में आ गए थे, तब श्रीकृष्ण ने उनका हाथ थामा था। साथ ही जल्द ही भारत आने की भी बात कही है।
अपने ट्वीट में शायन अली ने बताया है, “करीब दो साल अपने पूर्वजों की संस्कृति और जीवनशैली का पालन करने के बाद आज (15 जून 2023) मैं घर वापसी कर रहा हूँ। विश्वास जताने के लिए मैं इस्कॉन का आभारी हूँ।”
आगे उन्होंने बताया है कि एजेंसियों की प्रताड़ना के कारण उन्हें 2019 में पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था। वे अवसाद में चले गए थे। टूट गए थे। उस समय ‘श्रीकृष्ण’ से उन्हें शक्ति मिली। अब उन्होंने हिंदू धर्म स्वीकार कर अपने पूर्वजों को गौरवान्वित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है, “मैं बहुत जल्द अपनी ‘मातृभूमि’ भारत आऊँगा, जहाँ मेरे दादा-दादी और मेरे सभी पूर्वज पैदा हुए थे। अपनी ‘मैं खुद को अपनी मिट्टी और लोगों को समर्पित कर दूँगा क्योंकि आखिर में घर तो घर होता है।”
After observing my ancestors culture and lifestyle for the last 2 years, today I am officially announcing my “Ghar Wapsi.” ?♥️
Thanks to ISKCON for never giving up on me ?
After I had to leave Pakistan in 2019 because of the torture of Pakistani agencies, I went into… pic.twitter.com/e1QVftsHHO
— Shayan Ali (@ShayaanAlii) June 15, 2023
शायन अली ने कहा है कि एक ‘सनातनी’ होने के नाते वे किसी भी अन्य मजहब के खिलाफ नहीं हैं। वे सभी मान्यताओं का सम्मान करते हैं और चाहते हैं कि दूसरे भी उनके विश्वासों का सम्मान करें। उन्होंने लिखा है, “मेरी गीता मुझे हर व्यक्ति का सम्मान करना सिखाती है, चाहे उसका धर्म कोई भी हो। इस खास दिन पर, मैं उन सभी से माफी माँगता हूँ जिन्हें मैंने अपने पूरे जीवन में जानबूझकर या अनजाने में चोट पहुँचाई हो। मैं लोगों को चोट पहुँचाकर अपने जीवन की इस खूबसूरत यात्रा की शुरुआत नहीं करना चाहता। आज मुझे अपनी जड़ों की ओर लौटने पर गर्व महसूस हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि मेरे पूर्वज भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे।”
इससे पहले उन्होंने मई में एक लंबे ट्वीट में ‘पाकिस्तान छोड़ने की मेरी कहानी’ शीर्षक से अपनी आपबीती साझा की थी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की साजिश का हिस्सा बनने से इनकार करने पर उन पर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का जासूस और यहूदी एजेंट होने के आरोप लगाए गए। मुझे जान से मारने की योजना थी। लेकिन मैं भाग्यशाली था कि मैं सुरक्षित पाकिस्तान से निकलने में कामयाब रहा।
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने अपने पुरखों के भारत छोड़कर पाकिस्तान आने के फैसले पर निराशा जताई थी। उन्होंने लिखा था, “दुनिया में ‘पाकिस्तान’ जैसी कोई चीज ही नहीं है। पाकिस्तान की स्थापना मजहब के आधार पर की गई थी न कि इसलिए कि दुनिया को इसकी जरूरत थी। मेरे दादा-दादी ने भारत के बजाय पाकिस्तान को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि वे मुसलमान थे। पाकिस्तान जाना मेरे दादा-दादी की सबसे बड़ी गलती थी।”
स्रोत: ऑप इंडिया