वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्था पर आक्रमण’ इस ई-पुस्तक का लोकार्पण !
वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में २०.६.२०२३ को ‘कृपाल रूहानी फाउंडेशन’ के कर्नल करतार सिंह मजीठिया के करकमलों से ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्था पर आक्रमण’ इस ई-पुस्तक का लोकार्पण किया गया । यह पुस्तक मराठी, हिन्दी एवं अंग्रेजी में ‘एमेजोन किंडल’ पर विक्रय के लिए उपलब्ध रहेगी । यह पुस्तक हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने संकलित की है । इस अवसर पर व्यासपीठ पर तमिलनाडु के ‘हिन्दू मक्कल कत्छी’ (हिन्दू जनता का नेतृत्व) संगठन के संस्थापक अध्यक्ष श्री. अर्जुन संपथ, ‘गोरक्षक दल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. सतीश कुमार एवं श्री. रमेश शिंदे भी उपस्थित थे ।
सिख, जैन, बौद्ध आदि को वे हिन्दू हैं, यह समझ लेना चाहिए ! : – कर्नल करतार सिंह मजीठिया, कृपाल रूहानी फाउंडेशन, गोवा
विद्याधिराज सभागृह – कोई भी महात्मा संसार में आकर धर्म नहीं बनाता । प्रभु श्रीराम, गुरुनानक, गुरुगोविंदसिंहजी आदि ने किसी धर्म का निर्माण नहीं किया है । धर्म के ठेकेदार होते हैं, वे धर्म बनाते हैं । विश्व में केवल हिन्दू धर्म ही है । जैन, बौद्ध, सिख आदि हिन्दू हैं । हमारे पूर्वज हिन्दू ही थे । मेरे दादाजी ने सिख पंथ का स्वीकार किया । हमारा अस्तित्व हमें समझ लेना चाहिए । हमें बलवान बनना पडेगा । हमारे बच्चों को इतिहास बताना पडेगा । जालीयनवाला बाग में गोलीबारी कर हजारों की हत्या करने का आदेश देनेवाले जनरल डायर को क्रांतिवीर उधमसिंह ने इंग्लैंड में जाकर मार डाला । सिख किसी को नहीं छोडते । ऐसी मानसिकता हिन्दुओं में भी होनी चाहिए । धर्म की रक्षा के लिए हिन्दुओं को किसी पर भी निर्भर नहीं रहना चाहिए । हिन्दू धर्म और मंदियों पर आक्रमण करनेवालों को हिन्दुओं ने नहीं छोडना चाहिए । हिन्दू किसी पर आक्रमण न करें; परंतु स्वयं की रक्षा के लिए हिन्दुओं को तैयार रहना चाहिए, ऐसा वक्तव्य कृपाल रूहानी फाउंडेशन के कर्नल करतार सिंह मजीठिया ने किया ।
अखंड भारत के लिए गोहत्या रोकना आवश्यक ! – सतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष, गोरक्षा दल
रामनाथ देवस्थान – जिस देश में ८० प्रतिशत जनता सनातन धर्मीय है, उसी देश में सनातन धर्म की श्रद्धा से संबंधित गोमाताओं हत्या हो रही है । जब से देश में गोहत्या प्रारंभ हुई है, तब से अखंड भारत के टुकडे हुए हैं । गोमाता भूमाता का रूप है । जिस भूमि पर उसके टुकडे होंगे, उस भूमि के टुकडे होंगे । इसलिए अखंड भारत चाहिए हो एवं उसका विभाजन रोकना हो, तो गोहत्या रोकना आवश्यक है, ऐसा मत गोरक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. सतीश कुमार ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के ५ वें दिन व्यक्त किया ।
वे आगे बोले,
१. भारत की गाएं बांग्लादेश भेजी जाती हैं । उसके बदले में बनावटी नोट एवं अमली पदार्थ भारत में भेजे जाते हैं । इस व्यवसाय से मिले पैसोंं से देश में आतंकवाद फैलाया जा रहा है । इसलिए गोतस्करी रोकना, एक धर्मकार्य ही है ।
२. खालिस्तानी आतंकवाद, हिन्दू एवं सिक्खों को तोडना का प्रयत्न है । किसी को भी खालिस्तानी राज्य नहीं चाहिए । विदेशी शक्तियां धन के बल पर भारत में निरपराध लोगों की हत्या करवा रही हैं ।
३. युद्ध बिना कुछ नहीं मिलता । पांडवों को केवल ५ गांवों के लिए युद्ध करना पडा । हमें तो हिन्दू राष्ट्र चाहिए । हिन्दू राष्ट्र हेतु संघर्ष करते समय यदि मृत्यु को प्राप्त हुए तो मोक्ष मिलेगा और जीवित रहे तो हिन्दू राष्ट्र मिलेगा । हिन्दू राष्ट्र के जयघोष का स्वर ऊंचा-ऊंचा होता जा रहा है ।
तमिलनाडु में हिन्दूविरोधी कार्रवाईयों को सरकारी समर्थन ! – श्री. अर्जुन संपत, संस्थापक अध्यक्ष, हिन्दू मक्कल कत्छी, तमिलनाडु
तमिलनाडु में मुसलमान कट्टरपंथी, ईसाई मिशनरी, साम्यवादी, प्रसारमाध्यम एवं सत्ताधारी द्रमुक पक्ष हिन्दूविरोधी कार्रवाईयां कर रहे हैं । राज्य के मंदिरों का सरकारीकरण किया गया है । उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ देशविरोधी शक्तियों की मालमत्ता पर बुलडोजर चलवा रहे हैं; जबकि तमिलनाडु में मुख्यमंत्री स्टैलिन राज्य के मंदिरों पर बुलडोजर घुमा रहे हैं । सरकार ने १६० मंदिर गिराए हैं । तमिलनाडु के दलितों में हिन्दूविरोधी प्रचार किया जा रहा है । विद्यालयों में ईसाई मिशनरी ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे हैं । उन्हें सरकार द्वारा सहायता की जा रही है । सरकार द्वारा ब्राह्मण, संस्कृत एवं हिन्दी के विरोध में कार्रवाईयां चल रही हैं । ईसाई मिशनरियों द्वारा शहरी नक्सलवादी कार्रवाईयों में सहायता की जा रही है । तमिलनाडु में भारी मात्रा में हिन्दूविरोधी कार्रवाईयां शुरू हैं, जबकि तमिलनाडु मूलत: हिन्दुओं की पुण्यभूमि है । नई संसद में स्थापित ‘सांगोल’ (धर्मदंड) इस भूमि से ही ले जाया गया है । जिस स्थान पर स्टैलिन ने हिन्दूविरोधी बैठकें लीं, उसी स्थान पर हमने शिवाचार्य संप्रदाय के साथ बैठकों का आयोजन कर हिन्दुओं का संगठन किया । मंदिर एवं गोमाता की रक्षा के लिए हमने अभियान शुरू किए हैं । तमिलनाडु में प्रत्येक राज्य में हिन्दुओं का संगठन करने के लिए हम प्रयत्न कर रहे हैं । भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना तमिलनाडु से होने के लिए हम प्रयत्न करेंगे । ऐसी जानकारी तमिलनाडु के हिन्दू मक्कल कत्छी के संस्थापक अध्यक्ष श्री. अर्जुन संपत ने वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पांचवें दिन की ।
Activities of anti-Hindu forces get political patronage in Tamil Nadu.
– @imkarjunsampath (Founder President, @Indumakalktchi, Tamil Nadu)#Vaishvik_HinduRashtra_Mahotsav
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हलाल अर्थव्यवस्था के विरुद्ध कडे संघर्ष की आवश्यकता ! – मोहन गौडा, प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति, कर्नाटक
रामनाथ देवस्थान – वास्तव में केवल मांसतक सीमित मूल ‘हलाल’ की इस्लामी संकल्पा को आज शाकाहारी पदार्थाें, औषधियों, चिकित्सालयों, इमारतों, उपाहारगृहों, पर्यटन क्षेत्र, जालस्थलों आदि प्रत्येक क्षेत्र में लागू की गई है । केवल विदेशी ही नहीं, अपितु ‘हल्दीराम’, ‘बिकानो’ जैसे शाकाहारी खाद्यपदार्थ बनानेवाले भारतीय प्रतिष्ठान भी हलाल प्रमाणित खाद्यपदार्थ ग्राहकों को बेच रहे हैं । हलाल पदार्थाें की मांग केवल १४ प्रतिशत मुसलमानों की होते हुए भी ये हलाल उत्पाद बहुसंख्यक हिन्दू, सीक्ख, जैन, बौद्ध, ईसाई आदि शेष ८६ प्रतिशत जनता पर थोपे जा रहे हैं । भारत में संविधान के द्वारा सभी को स्वतंत्रता प्रदान किया गया है; परंतु तब भी हिन्दुओं पर की जा रही हलाल की अनिवार्यता के विरुद्ध, साथ ही हलाल के नाम पर चलाई जा रही समानांतर अर्थव्यवस्था के विरुद्ध आवाज उठाना आवश्यक है । उस दृष्टि से पिछले एक वर्ष में बडे स्तर पर जनजागरण अभियान चलाया गया, साथ ही इस जिहाद को रोकने के लिए संपूर्ण देश के हिन्दुत्वनिष्ठों, कानून के क्षेत्र में कार्यरत लोगों, साथ ही सामाजिक एवं व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों को लेकर विभिन्न राज्यों में ‘हलाल अनिवार्यताविरोधी क्रियान्वयन समिति’ का गठन किया जा रहा है । केवल यही न रुककर हलाल अर्थव्यवस्था के विरुद्ध अधिक तीव्र लडाई लडना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा ने किया । वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पांचवें दिन (२०.६.२०२३ को) उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।