हिन्दू राष्ट्र के इस धर्मयुद्ध में चाहे कितनी भी बाधाएं आएं; परंतु हम निरंतर आगे बढते रहेंगे ! – पू. रमानंद गौडाजी, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था
रामनाथी (फोंडा) – सभी धर्माभिमानी हिन्दू राष्ट्र स्थापना का धर्मयुद्ध लड रहे हैं । उसके कारण इस कार्य में स्थूल एवं सूक्ष्म स्तर पर विभिन्न बाधाएं आती रहती हैं; परंतु तब भी भगवान की कृपा से हम इन बाधाओं पर विजय प्राप्त कर निरंतर आगे बढने का प्रयास करते ही रहेंगे, ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. रमानंद गौडाजी ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के अंतिम दिन किया ।
उन्होंने आगे कहा,
१. यह धर्मयुद्ध लडते समय विभिन्न बाधाएं आती हैं; इसलिए उन पर विजय प्राप्त करने के लिए साधना करनी चाहिए । साधना से हमें आध्यात्मिक बल मिलता है, साथ ही हमारे कार्य को भगवान का अधिष्ठान प्राप्त होता है । उसके कारण हम अपना कार्य अधिक अच्छे ढंग से कर सकते हैं तथा निरंतर आगे बढते जाते हैं ।
२. साधना से हमारे इर्द-गिर्द सुरक्षाकवच निर्माण होता है, जिससे अनिष्ट शक्तियों से हमारी रक्षा होती है ।
३. प्रारब्ध के अनुसार प्रत्येक मनुष्य को सुख-दुख भोगना पडता है । धर्मकार्य करते समय कभी पुलिस प्रशासन का दबाव होता है, तो कभी समाज का भी विरोध होता है । हमारी साधना हो, तो ऐसी प्रतिकूल स्थिति में भी हम स्थिर रह सकते हैं, साथ ही हमारा कार्य अखंडित जारी रख सकते हैं ।
४. सनातन के साधकों की भगवान पर श्रद्धा होने से उनके मुख पर तेज होता है, साथ ही उनकी अनिष्ट शक्तियों से रक्षा होती है ।
लोकसभा चुनावों से पहले गोमाता को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करें ! – श्री १००८ महाशक्ति पीठाधीश्वर श्री शक्तिजी महाराज, श्री महाकाली माता शक्तिपीठ प्रतिष्ठान, अमरावती
रामनाथी (फोंडा) – गत १३ वर्षों से हम गोरक्षा का काम कर रहे हैं । अब तक कसाइयों की कैद से हमने २ लाख गाएं छुडवाई हैं । गोमाता की तस्करी करते समय वाहनों में गाएं ठूंस-ठूंसकर भरी जाती हैं । उनकी नाक में डोरी डालकर उनकी दुर्दशा की जाती है । सरकार द्वारा २ सहस्र रुपयों के नोट बंद करने का निर्णय तत्परता से लिया जा सकता है, तो गोमाता को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने का निर्णय तत्परता से क्यों नहीं ? राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमारी विनती है कि लोकसभा के चुनाव से पहले गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित किया जाए, अन्यथा रास्ते पर उतरकर हम आंदोलन करेंगे । जन्मदाता मां के उपरांत गाय हमारी माता है । हम गोमाता का दूध पीते हैं; परंतु उसकी रक्षा करने में हम कम पड रहे हैं । नांदेड में गोरक्षकों की हत्या की गई । गोरक्षकों को प्रशासन से सहयोग नहीं मिलता । गोमाता की रक्षा करने के लिए सभी हिन्दुओं को एकत्र आना चाहिए, ऐसे वक्तव्य अमरावती के श्री महाकाली माता शक्तिपीठ प्रतिष्ठान के श्री १००८ महाशक्ति पीठाधीश्वर श्री शक्तिजी महाराज ने वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में किए ।
प्रत्येक हिन्दू परिवार ने २ गायों का पालन किया, तो भारत में गोशालाओं की आवश्यकता नहीं पडेगी ! अधिवक्ता आलोक तिवारी, उपाध्यक्ष, जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति, उत्तर प्रदेश
रामनाथी – सरकार गोहत्या रोकने के लिए कुछ नहीं करती, ऐसा अनेक लोगों को लगता है । गाय जब दूध देना बंद करती है, तब हमारे हिन्दू भाई उसे बेच देते हैं । प्रत्येक परिवार ने स्वयं २ गायों का पालन किया, तो भारत में गोशालाओं की आवश्यकता ही नहीं पडेगी, ऐसा प्रतिपादन ‘जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति’ के उपाध्यक्ष अधिवक्ता आलोक तिवारी ने किया । यहां चल रहे वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के सांतवे दिन (२२.६.२०२३ ) उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।
जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति की ओर से किया गया कार्य
१. प्रतापगढ जिले में क्रांतिकारी मंगल पांडे की प्रतिमा स्थापित करने का विरोध किया जा रहा था । उसके उपरांत हमने भाजपा विधायकों की सहायता से क्रांतिकारी मंगल पांडे की ४ प्रतिमाएं स्थापित की ।
२. आदिवासी समाज हिन्दू धर्म की रीढ है । हमने उनकी एक बस्ती गोद ली है । अब हम उन्हें हिन्दुत्व के साथ जोड के रखने का काम करते हैं ।
३. माघ मेले में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, साथ ही एक बार उसमें हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे का मार्गदर्शन भी आयोजित किया गया था ।
४. हिन्दू धर्माभिमानी विधायक श्री. राजासिंह हिन्दुत्वनिष्ठों के नेता हैं । कुछ माह पूर्व तेलंगाना सरकार ने उन्हें बंदी बनाया था, उस समय उन्हें छोडे जाने की मांग को लेकर हमारे संगठन ने प्रतापगढ जिले में विरोध प्रदर्शन किए । श्री. राजासिंह को बंदी बनाए जाने पर देश के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को संगठित होकर उसका तीव्र विरोध करना अपेक्षित था; परंतु वैसा दिखाई नहीं दिया । वे हिन्दुओं को नेतृत्व करते हैं; इसलिए सभी हिन्दुओं को उनके साथ खडे रहना चाहिए ।
सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति हमारे लिए गुरु द्रोणाचार्य की भांति हैं ! – अधिवक्ता आलोक तिवारी, उपाध्यक्ष, जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति, उत्तरप्रदेश
एक माघ मेले में हिन्दू जनजागृति समिति से हमारा परिचय हुआ । हम इससे पूर्व भी कार्य करते थे; परंतु उसे उचित दिशा नहीं थी । धर्मकार्य कैसे करना चाहिए ?, धर्मजागृति कैसे करनी चाहिए?, व्यासपीठ से भाषण कैसे देना चाहिए ?, साथ ही कार्यकर्ताओं को किस प्रकार संयम के साथ कार्य करना चाहिए ? ऐसे अनेक सूत्र हमें हिन्दू जनजागृति समिति से सिखने को मिले । इसलिए सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति हमारे लिए गुरु द्रोणाचार्य की भांति हैं । परमपूज्य डॉ. आठवलेगुरुजी (सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी) को देखने पर बहुत ऊर्जा मिलती है । वैसी ही ऊर्जा इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’में सम्मिलित होने पर मिलती है, जो अगले वर्षतक हमारे लिए पर्याप्त होती है ।
‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का उत्साह एवं ऊर्जा यही बता रही है कि वर्ष २०२५ में भारत में निश्चितरूप से हिन्दू राष्ट्र आएगा ।
अगले अधिवेशन से पूर्व १ सहस्र गांवों में हनुमान चालीसा आरंभ करेंगे ! – श्री. कमलेश कटारिया, अध्यक्ष, संकल्प हिन्दू राष्ट्र अभियान, संभाजीनगर
रामनाथी (फोंडा) – हिन्दुओं की धर्म के प्रति आस्था न्यून नहीं हुई । श्रद्धावान हिन्दू अपने समय के अनुसार मंदिर जाते हैं । इन सभी हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित करने के लिए हमने ‘हनुमान चालीसापठन’ यह समानकृति कार्यक्रम निश्चित किया है । १४ गांवों में हमने हनुमान चालीसा का पठन आरंभ किया है । इस अवसर पर ४ सहस्र से भी अधिक हिन्दू एकत्र आते हैं । अगले वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के आने से पूर्व १ सहस्र गावों में हनुमान चालीसा आरंभ करने का हमने संकल्प किया है । भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित हो, इसके लिए प्रत्येक माह हम ‘हिन्दू कर्तव्यदिन’ मनाते हैं । इसमें प्रत्येक माह की दिनांक ४ एवं ५ तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर मांग की जाती है कि ‘भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए !’ इसप्रकार के पत्रों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है । हिन्दू धर्म पर सभी आघातों पर ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ ही एकमेव उपाय है । ‘जागरूक एवं संगठित हिन्दू ही हिन्दू राष्ट्र की स्थापना कर सकेंगे, ऐसा वक्तव्य संभाजीनगर के संकल्प हिन्दू राष्ट्र अभियान के अध्यक्ष श्री. कमलेश कटारिया ने वैश्विव हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के समय किया ।
वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सवरूपी आकाशगंगा के एकमात्र सूर्य सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी !
प्रतिभावान एवं चारित्र्यसंपन्न हिन्दुत्वनिष्ठों के संगठन इस वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव को आकाशगंगा की उपमा दी जा सकेगी । सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजर इस आकाशगंगा को साधना के ज्ञान के द्वारा प्रकाश देनेवाले एकमात्र स्वप्रकाशी सूर्य हैं । मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूं । यहां उपस्थित संतगण एवं सद्गुरु इस आकाशगंगा में सप्तर्षियों के रूप में एक अलग स्थान पर विराजमान हैं । जिस प्रकार तेजस्वी ध्रुवतारा अचल रहकर अंधेरी रात में दिशादर्शन का काम करता है, उस प्रकार से सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी जैसे संतगण इस अधिवेशन में आध्यात्मिक स्तर पर दिशादर्शन कर रहे हैं । चंद्रमा की शीतलता भी महत्त्वपूर्ण होती है । उस प्रकार से विनम्र स्वभाव के एवं चारित्र्यसंपन्न हिन्दू जनजागृति समिति के समन्वयक एवं सनातन के साधक इस महोत्सव के आरंभ से ही भोजन, वाहन, निवास आदि प्रबंध कर रहे हैं । वे चित्रीकरण के माध्यम से इस महोत्सव को समस्त विश्वतक पहुंचा रहे हैं । हम इन सभी का अभिनंदन करते हैं । सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इस महोत्सव में विभिन्न प्रांतों से आनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ इस आकाशगंगा के चमकनेवाले तारे हैं!