चुनावों में लव जिहाद, गोहत्याबंदी के लिए कार्य करनेवाले उम्मीदवारों को उनकी जातपात न देखते हुए उन्हें चुनकर लाना आवश्यक ! – मुन्ना कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, नई देहली
रामनाथी (फोंडा) – जब तक इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक रहेंगे, तब तक यह देश सुरक्षित है । हिन्दू अल्पसंख्यक होने पर भारत के टुकडे हो जाएंगे । जहां मुसलमान बहुसंख्यक हो गए, वहां से हिन्दुओं को पलायन करना पडा है । इसलिए हिन्दू सुरक्षित रहे, तो भारत सहित विश्व भी सुरक्षित रहेगा । तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को संविधान में ‘सेक्युलर’ (धर्मनिरपेक्ष) यह शब्द अंतर्भूत किया है । तब से इस देश में हिन्दू धर्म को गालियां देनेवालों को ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘सुशिक्षित’ कहा जाता है, जबकि हिन्दुओं की रक्षा के लिए लडनेवालों को ‘भगवा आतंकवादी’ कहते हैं । आनेवाले चुनावों में लव जिहाद, गोहत्याबंदी के लिए कार्य करनेवाले उम्मीदवारों में उसकी जातपात न देखते हुए उन्हें चुनकर लाना चाहिए । एक दिन इस देश में हिन्दू राष्ट्र आएगा, तब अपना राष्ट्र जगभर में शक्तिशाली होगा । इसलिए हमें सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की सहायता से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के साथ ही संपूर्ण विश्व को हिन्दूमय करना है, ऐसा वक्तव्य नई देहली के अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के समय किया।
भारत की ८५ प्रतिशत लोकसंख्या हिन्दू है । इसलिए यह हिन्दुओं का राष्ट्र है । तब भी इस देश में गोमाता एवं हिन्दू महिला सुरक्षित नहीं । पहले देश में हिन्दू राजाओं के विविध संस्थान थे, तब भी वे हिन्दू राष्ट्र थे । जब इस देश पर परकीय मुसलमान आक्रमकों का शासन आया, तब से हिन्दुओं पर अत्याचार आरंभ हो गए । तदुपरांत अंग्रेजों ने भी वही किया । जब हिन्दू राजाओं एवं संस्थानिकों ने स्वतंत्रता में सहभाग लिया, तब अंग्रेजों ने उन्हें कष्ट देने का प्रयत्न किया ।
लव जिहाद, लैंड जिहाद, गोहत्या, धर्मांतर जैसे विविध क्षेत्र में काम करनेवाले अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन देशभर कार्यरत हैं । ऐसे संगठनों को एक व्यासपीठपर लाकर उन्हें विविध प्रशिक्षण देने का कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है । ऐसी समिति एवं उनके प्रेरणास्थान परमपूज्य डॉ. जयंत आठवलेजी को सादर प्रणाम !
सनातन धर्म की ज्ञान परंपरा (ब्राह्मतेज) एवं शौर्य परंपरा (क्षात्रतेज) का पालन होना आवश्यक ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति
जब कोई नया संगठन स्थापित किया जाता है, तब उसे ध्येय भी निश्चित करना आवश्यक है । ध्येय निश्चित करने पर ही संगठन के कार्य को दिशा एवं गति मिलती है । उसीप्रकार हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रत्येक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन को ध्येय निर्धारित कर ही कार्य करना आवश्यक है । देश को स्वतंत्रता मिलने के उपरांत पंडित एवं महात्माओं ने सर्वधर्मसमभाव का नैरेटिव (कथानक) भारतीयों पर थोपा । उसने संपूर्ण हिन्दू धर्म को घेर लिया । सनातन धर्म के ज्ञान की परंपरा (ब्राह्मतेज) एवं शौर्य परंपरा (क्षात्रतेज) का पालन होना चाहिए । भारत की ज्ञानपरंपरा को देखकर संपूर्ण जग भारत की ओर आकर्षित हो रहा है । हिन्दुओं का शास्त्र एवं विज्ञान परिपूर्ण है । इसलिए हिन्दू धर्मसिद्धांत केवल भारत को ही नहीं, अपितु संपूर्ण जगत के लिए मार्गदर्शक है, ऐसे उद्गार हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ ने कहे । वे वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के सप्तम दिन उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे ।
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के हिन्दूहित के आंदोलनों को ‘सनातन प्रभात’ के कारण वैचारिक बल मिलता है ! – संदीप शिंदे, सहसंपादक, ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक समूह
रामनाथी – दैनिक ‘सनातन प्रभात’ने इस वर्ष रजतमहोत्सवीय अर्थात २५ वें वर्ष में पदार्पण किया है । व्या वर्षात पदार्पण केले आहे. हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के हिन्दूहित के आंदोलनों को ‘सनातन प्रभात’ के कारण वैचारिक बल मिलता है ।
नास्तिकतावादियों द्वारा विभिन्न हिन्दू त्योहारों के विरुद्ध धर्मद्रोही आवाहन किए जाते हैं । उसके विरुद्ध ‘सनातन प्रभात’ केवल समाचार छापकर नहीं रुकता, अपितु संबंधित त्योहार का धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण भी छापता है । इसके परिणामस्वरूप हिन्दुओं को धर्मशास्त्रीय भूमिका समझ में आती है । सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी ने आरंभ से ही सनातन के साधकों को यह सिखाया कि ‘सनातन का प्रत्येक साधक पत्रकार है । इसके साथ ही हम यह मानते हैं कि ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का कार्य करनेवाला हिन्दू राष्ट्रवीर भी ‘सनातन प्रभात’ का पत्रकार है ।’ देश एवं विश्व में जहां-जहां हिन्दुओं पर अन्याय होगा, आघात होंगे, आक्रमण होंगे तथा अत्याचार होंगे, ‘सनातन प्रभात’ उनकी आवाज बनकर उन पर हो रहे अत्याचारों को समाज के सामने लाएगा, ऐसा आश्वासक प्रतिपादन ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिक समूह के सहसंपादक श्री. संदीप शिंदे ने किया । १६ से २२ जून की अवधि में यहां संपन्न वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में उपस्थिथ हिन्दुत्वनिष्ठों को संबोधित करते हुए ऐसा बोल रहे थे ।
वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में गोरक्षकों पर किए गए आक्रमण का निषेध !
१९ जून की रात में नांदेड में एक गिरोह ने चारपहिया वाहन से जा रहे गोरक्षकों पर प्राणघातक आक्रमण किया । इस आक्रमण में एक गोरक्षक की मृत्यु हुई है तथा ४ गोरक्षक गंभीररूप से घायल हुए हैं । गोरक्षकों पर आक्रमण करनेवालों को तत्काल बंदी बनाने की मांग करते हुए २२ जून को वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में गोरक्षकों पर किए गए आक्रमण की निंदा की गई तथा महोत्सव में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया ।