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दुकान के बाहर मोदी-शाह के खिलाफ पर्चे चिपकाए
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DM-SP कर रहे कैंप, इलाके में बढ़ा तनाव
औरंगाबाद (बिहार) में शनिवार रात तीन धार्मिक स्थानों और एक बंद दुकान में असामाजिक तत्वों ने मांस के टुकड़ा फेंक दिए। वहीं, एक दुकान पर मोदी-शाह और आरएसएस और भाजपा के खिलाफ धमकी भरा पर्चा चिपकाया गया था। सुबह-सुबह लोगों ने देखा। मांस का टुकड़ा मिलने की खबर पूरे इलाके में फैल गई। आसपास के गांवों में तनाव की स्थिति बन गई।
मामला जिले के अमझर शरीफ का है। हरपुरा बाजार में कुणाल कुमार के दुकान पर मांस के टुकड़े के साथ पर्चा चिपकाया हुआ मिला। मामले की जानकारी मिलते ही डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने धार्मिक स्थलों से मांस के टुकड़े को साफ करवा कर लोगों को शांत कराया। फ्लैग मार्च कर पुलिस आक्रोशित लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।
चिपकाए गए पर्चे में PM नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित हिंदूवादी संगठनों को चेतावनी दी गई है। इसके अलावा इस पर्चे में अहले कुरैश नामक संस्था का जिक्र है। अमझर शरीफ के पूर्व मुखिया के समर्थन और वर्तमान मुखिया के विरोध में नारे भी लिखे हुए थे। पुलिस ने पर्चे को अपने कब्जे में ले लिया है।
घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश
रविवार की सुबह घटना की सूचना पूरे इलाके में फैल गई। जिसके बाद वहां के ग्रांमीणो में आक्रोश बढ़ गया। ग्रामीणों ने हसपुरा बाजार बंद कर सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने ग्रामीणों को त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम हटवाया।
वहीं, घटना के विरोध में बाजार के सभी दुकानें आज बंद रही। वहीं शांति समिति के बैठक में सर्व सम्मति से शांति व्यवस्था कायम रखने का वादा किया गया। उसके बाद दोनों समुदाय के लोगों के साथ अधिकारियों ने पैदल शांति मार्च किया।
शांति मार्च मुख्य बाजार होते हुए इटवां रोड में बाजार के सीमा पर समाप्त हुई। इस दौरान माइक से शांति बनाए रखने और दुकान खोलने की अपील की गई।
शांति मार्च में SDO, DSP के साथ BDO अभय कुमार, CO शोभा कुमारी, मनरेगा PO शशि कुमारी, प्रखंड प्रमुख विजय कुमार, उप प्रमुख सत्येन्द्र चौधरी, मुखिया गोपाल सिंह, समाजसेवी कौशल शर्मा, सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
DM-SP ने ग्रामीणों के साथ की शांति बैठक
वहीं सूचना मिलते ही DM सुहर्ष भगत और SP स्वप्ना जी मेश्राम अमझर शरीफ पहुंचे। स्थिति को सामान्य रखने के लिए अधिकारियों ने फ्लैग मार्च के बाद जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों के साथ शांति समिति की बैठक की।
बैठक में लोगों से शांति व्यवस्था बहाल रखने की अपील करते हुए यह भरोसा दिलाया कि घटना में जो भी शामिल होंगे उन पर कार्रवाई होगी। वैज्ञानिक अनुसंधान से मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। इसके लिए डॉग स्क्वायड, FSL सहित अन्य टीमें बुलाई जाएगी।
वहीं, बैठक में लोजपा नेता विजय कुमार अकेला, अमझर पैक्स अध्यक्ष राकेश सिंह, मुखिया ओमप्रकाश चौधरी, समाजसेवी भोला कुरैसी ने एकमत से एसआईटी गठन कर फौरन कार्रवाई की मांग की।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी
SDPO ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि शरारती तत्वों का मंसूबा इलाके में तनाव फैलाना था। प्रशासन और यहां के ग्रामीणों ने सूझबूझ से काम लेते हुए शरारती तत्वों के इरादे पर पानी फेर दिया।
पूरे इलाके में शांति व्यवस्था कायम है। अधिकारी कैंप कर रहे हैं। चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। किसी तरह का अफवाह नहीं फैले इसके लिए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हर जगह मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल तैनात हैं।
स्रोत: दैनिक भास्कर