उत्तरप्रदेश ATS ने रविवार को एक और पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार किया है। गोंडा का रहने वाला रईस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहा था। एटीएस मुख्यालय पर पूछताछ के बाद रईस की गिरफ्तारी की गई है। मुंबई के अरमान नाम के युवक ने पाकिस्तानी एजेंट से रईस की बात कराई थी।
आरोपी ने 15 हजार रुपए के लिए देश की सुरक्षा से जुड़ी इन्फॉर्मेशन आतंकी संगठन को दी है। आरोपी का कहना है कि भारत में मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म और बाबरी मस्जिद की शहादत की बात कर उसे उकसाया गया।
इसके बाद वह भारत में जासूसी करने के लिए तैयार हो गया। पुलिस ने रईस को तीन दिन पहले गोंडा से पकड़ा था। वहीं, ISI से जुड़े आतंकी के दो साथियों की गिरफ्तारी के लिए ATS मुंबई रवाना हो गई है।
A suspected ISI agent arrested for allegedly supplying vital information about Indian military establishments to his handlers in Pakistan.https://t.co/C1nrLKtJaA
— editorji (@editorji) July 17, 2023
मुंबई में प्राइवेट काम करता था रईस
रईस ने पूछताछ में बताया, ”कुछ साल पहले मुंबई में प्राइवेट काम करता था। यहां पर मेरी मुलाकात अरमान नाम के एक व्यक्ति से हुई। अरमान ने भारत में मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म और बाबरी मस्जिद की शहादत के बारे में बताया। उसने मुझे भारत के विरुद्ध जासूसी करने के लिए उकसाया।”
जिंदगी बदलने का किया था वादा
रईस ने बताया, “मैंने कहा कि मैं सऊदी अरब जाकर काम करना चाहता हूं। इस पर अरमान ने कहा कि वो मेरा नंबर पाकिस्तान के एक व्यक्ति को देगा। वह तुम्हें कॉल करेगा और अगर तुम उसके यकीन पर खरे उतर गए तो वह तुम्हारी जिंदगी बदल देगा। न पैसे की कमी रहेगी, न ही नौकरी की। उसने कहा कि मुझे कौम के विरोधियों के खिलाफ बदला लेने का मौका देगा। अरमान ने कहा कि हुसैन तुमसे बात करेगा और बताएगा कि क्या करना है?”
वॉट्सएप कॉल से ISI एजेंट करता था कॉल
रईस ने पूछताछ में बताया, ”करीब एक साल पहले एक विदेशी नंबर से वॉट्सएप कॉल आई। उसने अरमान का जिक्र किया और अपना नाम हुसैन बताया। हुसैन ने बताया कि वह पाकिस्तानी जासूस है। उसने मुझे आपके साथ काम करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद मेरी हुसैन से बातें होने लगीं।”
मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार की होती थी बातें
रईस ने बताया, ”हुसैन ने मुझसे कहा कि और लोगों को भी इस काम में जोड़ो। इसके चलते हमने अपने दोस्त सलमान और कुछ और लोगों को जासूसी के लिए तैयार किया। हम लोगों की आपस में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार और बाबरी मस्जिद की शहादत को लेकर बातें होती थीं।”
फोटो और इंफॉर्मेशन भेजने पर मिले थे 15 हजार रुपए
रईस ने बताया, ”इसके बाद हुसैन ने मुझे भारत के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों कि तस्वीरें और उनसे संबंधित सूचनाएं मांगी। उसने कहा कि इसके बदले तुम्हें पैसे मिलेंगे। जिसके बाद सलमान और दूसरे दोस्तों की मदद से सैन्य छावनियों और प्रतिष्ठानों के संबंध में सूचनाएं और तस्वीरें इकट्ठा कर पाकिस्तानी जासूसों को भेज दिया। इसके एवज में मुझे 15000 रुपए मिले थे।”
बांग्लादेशी फर्जी नंबर से बनाया वॉट्सएप ग्रुप
ATS ने बताया, पाकिस्तानी ISI हैंडलर्स ने रईस से कह कर बांग्लादेशी फर्जी मोबाइल नंबर से वॉट्सएप का बिजनेस अकाउंट बनवाया। इसके लिए हैंडलर्स ने रईस को ओटीपी भी शेयर किया था, जिसे रईस अपने मोबाइल में चलाकर ISI हैंडलर्स से भारत विरोधी और जासूसी की बात करता था। जो अभी भी रईस के मोबाइल में है।
अरमान और सलमान की तलाश में मुंबई टीम रवाना
एटीएस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल अरमान और सलमान नाम के संदिग्ध युवकों की धरपकड़ के लिए मुंबई के लिए रवाना हो गई। बताते चलते पिछले दिनों एटीएस ने रईस के गांव से ही सद्दाम नाम के एजेंट को पकड़ा था। जो अपना धर्म बदलकर गांव में रह रहा था।
स्रोत : भास्कर