मुंबई – महाराष्ट्र विधानसभा सदन में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने वंदे मातरम कहने से इनकार कर दिया। समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने बुधवार को उस समय बड़ा विवाद खड़ा कर दिया, जब उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में ‘वंदे मातरम’ कहने से इनकार कर दिया और दावा किया कि उनका धर्म (इस्लाम) इसकी इजाजत नहीं देता है।
इसके अलावा अबू आजमी ने कहा, ‘हम वो है जिनके पूर्वजों ने इस देश के लिए अपनी जान दी, हम वो है, जिन्होंने पाकिस्तान को नहीं भारत को अपना मुल्क माना। हमें इस्लाम सिखाता है की सर उसी के आगे झुकाओ जिसने ये सारा जहान बनाया। मेरे मजहब के मुताबिक अगर मैं वंदे मातरम नहीं बोल सकता हूं तो इस से मेरे दिल में मेरे मुल्क के लिए इज्जत और मेरी वतनपरस्ती में कोई कमी नहीं होती और इससे किसी को अप्पत्ति होनी भी नहीं चाहिए, जितने आप इस मुल्क के उतने हम भी!’
हम वो है जिनके पूर्वजों ने इस देश के लिए अपनी जान दी, हम वो है जिन्होंने पाकिस्तान को नहीं भारत को अपना मुल्क माना। हमें इस्लाम सिखाता है की सर उसी के आगे झुकाओ जिसने ये सारा जहान बनाया। मेरे मज़हब के मुताबिक अगर मैं वंदे मातरम नहीं बोल सकता हूँ तो इस से मेरे दिल में मेरे मुल्क… pic.twitter.com/daMQOR8ZdH
— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) July 19, 2023
सपा विधायक अबू आजमी ने कहा, ‘सकल हिन्दू समाज की सभाओं से महाराष्ट्र के कई जिलों में हिंसा हुई है, लेकिन इन सभाओं में हेट स्पीच देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसका नतीजा राम नवमी पर औरंगाबाद में हिंसा हुई और अपने घर के गेट में खड़े मुनिरुद्दीन पुलिस की गोली से शहीद हुआ। मुनिरुद्दीन और उसके परिवार को महाराष्ट्र सरकार इंसाफ नहीं देगी। ये उपमुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कह दिया है। सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ एक तरफ़ा कार्रवाई करना और फसाद में मारे गए निर्दोषों के परिवारों के लिए जांच के आदेश तक नहीं देना – ये सरकार का अहंकार है, और अहंकार हमेशा नहीं रहता।’
स्रोत : हिंदी न्यूज १८