पाजपंढरी (दापोली) में कार्यशाला के हिन्दू युवकों का निर्धार !
दापोली – तालुका के पाजपंढरी में ‘मल्हार बॉईज’के १६ युवक हर्णे की हिन्दू जनजागृति समिति की कार्यशाला के लिए आए थे । इस कार्यशाला से प्रेरणा लेकर उन्होंने ११ जुलाई को पाजपंढरी में होमवाले मंडळी सभागृह में समिति की कार्यशाला का आयोजन किया । इस कार्यशाला में ७० धर्मप्रेमी एवं जिज्ञासु उपस्थित थे । इस अवसर पर दीपप्रज्वलन पाजपंढरी के श्री. नंदकुमार चौगुले ने किया । इस कार्यशाला में ‘हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ यह विषय डॉ. हेमंत चाळके एवं ‘जीवन में साधना का महत्त्व’ यह विषय श्री. परेश गुजराथी ने प्रस्तुत किया । इस कार्यशाला के लिए ‘मल्हार बॉईज’के श्री. दीपेश दोरकुलकर, श्री. अरविंद तांडेल एवं श्री. गणेश तांडेल ने विशेष प्रयत्न किए ।
अभिमत
१. श्री. नंदकुमार गोविंद चौगुले – भारत देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ । पाकिस्तान को ‘मुस्लिम देश’ और भारत को ‘निधर्मी देश’, यह संकल्पना ही अयोग्य है । कांग्रेस ने जानबूझकर हिन्दू धर्म पर अन्याय किया है । हिन्दूसंगठन, धर्मशिक्षा एवं स्वरक्षा प्रशिक्षण के विषय में समय-समय पर मार्गदर्शन मिलना चाहिए ।
२. श्री. दीपेश दोरकुलकर – देश में हिन्दू लडकियों के साथ जो हो रहा है, वह हम सभी के एकत्र आकर और धर्मशिक्षा देने पर ही रुकेगा । हिन्दू जनजागृति समिति के कारण हमें धर्मशिक्षा मिल रही है । ऐसी कार्यशाला गांव-गांव होनी चाहिए ।
३. श्री अरविंद तांडेल – हमें धर्म के विषय में बहुत कुछ सीखने मिला है, यही शिक्षा सभी को मिले; इसलिए इस कार्यशाला का आयोजन हमने किया ।
हर्णे की कार्यशाला में ५५ धर्मप्रेमी उपस्थित
हर्णे में संपन्न कार्यशाला में हर्णे, कर्दे, पाळंदे, पाजपंढरी, आंजर्ले एवं केळशी के ५५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस कार्यशाला में सनातन के धर्मप्रचारक सद्गुरु सत्यवान कदम की वंदनीय उपस्थिति थी । इस अवसर पर समिति के श्री. विनय पानवळकर ने ‘जीवन में साधना का महत्त्व’ एवं डॉ. चाळके ने ‘हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषय पर मार्गदर्शन किया । कार्यशाला के अंत में धर्मप्रेमियों ने अपने-अपने भाग में धर्मशिक्षावर्ग एवं स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग करना निश्चित किया ।
इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए सभागृह एवं वहां की पूरी व्यवस्था हर्णे के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. रवींद्र मेहेंदळे ने और चाय-पानी की व्यवस्था ‘जय भवानी प्रतिष्ठान’के श्री. दीपक खेडेकर ने की ।