कर्नाटक के उडुपी स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज की हिंदू छात्राओं का बाथरूम में अश्लील वीडियो बनाने के मामले में पुलिस ने तीन मुस्लिम छात्राओं पर FIR दर्ज की है। वहीं, अब इस मामले की जाँच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य खुशबू सुंदर गुरुवार (27 जुलाई 2023) को उडुपी पहुँचेंगी।
इस मामले का पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर दो एफआईआर दर्ज की है। एक मामला टॉयलेट में छात्रा के बनाए गए वीडियो को डिलीट करने को लेकर तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से जुड़ा है। दूसरा मामला यूट्यूब चैनलों पर हिडन कैमरे वाला वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है। मामले में अलीमतुल शैफ़ा, शबानाज़ और आलिया को आरोपित बनाने के साथ-साथ कॉलेज प्रशासन को भी नामजद किया गया है।
उडुपी पहुँचने के बाद NCW की सदस्य खुशबू सुंदर ने कहा, “मैं राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य के रूप में यहाँ के लिए आई हूँ। मैं सबसे पहले पुलिस के साथ बैठक करूँगी। मैं देखूँगी कि FIR में क्या कहा गया है।”
#WATCH | Udupi Video Incident: NCW member Khushbu Sundar says, "I am here for an inquiry as an NCW member. I am going to have a meeting with the police. And then of course meet the girls involved in this. And meet the other students and college authorities to find out as to what… pic.twitter.com/0dV9cVEnY8
— ANI (@ANI) July 26, 2023
उन्होंने आगे कहा, “क्या हुआ था… इस बात की जानकारी के लिए मैं इस घटना में शामिल लड़कियों से मिलूँगी। इसके साथ ही कॉलेज के अन्य विद्यार्थियों से भी मिलूँगी। कॉलेज प्रशासन से मिलकर उनसे बात करूँगी और उनका पक्ष जानने की कोशिश करूँगी कि उनका क्या कहना है।”
उधर, कॉन्ग्रेस शासित कर्नाटक सरकार में गृहमंत्री डॉक्टर जी परमेश्वर ने कहा कि उडुपी की घटना बहुत छोटी है और इसे राजनीतिक रंग देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में ऐसी चीजें होती रहती हैं। भाजपा को ऐसे छोटे-छोटे मुद्दों पर राजनीति करने से बचना चाहिए।
स्रोत : ऑपइंडिया
26 जुलाई
उडपी एमएमएस मामला : हिन्दू लडकियों के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करने वाली 3 धर्मांध लडकियों पर एफआइआर दर्ज
बाथरूम में मोबाइल छिपाकर बनाए वीडियो, मुस्लिम समुदाय वाले वॉट्सऐप ग्रुप में भेजती थीं
कर्नाटक के एक मेडिकल कॉलेज ने 3 लड़कियों को एक दूसरी लड़की का प्राइवेट वीडियो बनाने के आरोप में निलंबित कर दिया। घटना बुधवार 19 जुलाई को उडुपी के अंबलपाडी में बने नेत्र ज्योति कॉलेज में हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार इन तीनों लड़कियों ने बाथरूम के अंदर मोबाइल कैमरा फिट किया था।
अलीमातुल शैफ़ा, शबानाज और आलिया पर आरोप है कि इन तीनों ने अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की का नहाते हुए वीडियो बनाया। साथ ही उसे कम्युनिटी वॉट्सऐप के जरिए अपने मुस्लिम दोस्तों को भेजा।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब पता चला
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि तीनों लड़कियां जिन लोगों को ये वीडियो भेजती थीं, उनमें से कुछ लड़कों ने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद वीडियो रिकॉर्ड करने वाली लड़कियों और बाकी छात्राओं के बीच जमकर बहस हुई।
उधर, कॉलेज मैनेजमेंट ने तीनों को कॉलेज से निलंबित कर दिया है। कॉलेज डायरेक्टर रश्मि कृष्ण प्रसाद के अनुसार आरोपियों को कॉलेज में मोबाइल फोन लाने और इसका इस्तेमाल करके वॉशरूम में वीडियो बनाने के आरोप में निलंबित किया गया है।
पीड़ित ने FIR नहीं की, कॉलेज ने पुलिस को मोबाइल सौंपे
घटना की खबर लगने के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी कॉलेज पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुछ स्टूडेंट ग्रुप्स ने उडुपी एसपी अक्षय हाके से मुलाकात करके कार्रवाई की मांग की है। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को निलंबित तो कर दिया है, लेकिन अब तक किसी भी पीड़ित ने शिकायत दर्ज नहीं की है।
उधर कॉलेज मैनेजमेंट ने पीड़ित के सामने ही वीडियो डिलीट कर दिए थे। लेकिन पुलिस को जांच के लिए आवेदन दिया है। साथ ही आरोपियों के मोबाइल भी फॉरेंसिक जांच के लिए सौंप दिए हैं।
स्रोत : दैनिक भास्कर