संतों ने PETA सचिव को सुनाई खरीखोटी
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में जब भी भोलेनाथ चंद्रमौलेश्वर के रूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते हैं। उस समय हाथी पर उनका मन महेश स्वरूप भी विराजमान रहता है। आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से बाबा के इस स्वरूप को हाथी पर रख कर निकाला जा रहा है। यह हाथी सवारी की शान है और बच्चे हो या बूढ़े सभी को सवारी के आखिर में इसे देखने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
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— PETA India (@PetaIndia) August 12, 2023
लेकिन अब संस्था पीपुल फॉर एनिमल (पेटा) की सचिव प्रियांशु जैन ने बाबा महाकाल की सवारी में निकाले जाने वाले इस हाथी पर क्रूरता किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई है। इस शिकायत पर संतों ने आपत्ति ली है और पेटा सचिव को शहर में चल रहे कत्ल खाने बंद करवाने की बातों पर ध्यान देने की सलाह देते हुए आड़े हाथों लिया है।
MP News: महाकाल की सवारी में हाथी के साथ क्रूरता के आरोप पर भड़के संत, कह दी ये बड़ी बात#Mahakal #LordShiva #Elephant https://t.co/aVhodbXeL0
— Zee MP-Chhattisgarh (@ZeeMPCG) August 10, 2023
दर्ज करवाई गई शिकायत
पीपुल फॉर एनिमल की प्रियांशु जैन ने जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रमुख सचिव को पत्र लिखते हुए महाकाल की सवारी में निकलने वाले हाथी पर क्रूरता किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने इस संबंध में उज्जैन कलेक्टर और एसपी को भी आवेदन सौंपा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि सवारी में जो हाथी चलता है, उसे नियंत्रित करने के लिए अंकुश पर लगी कील का उपयोग किया जाता है। साथ ही इतने ज्यादा जनसैलाब के बीच हाथी के अनियंत्रित होकर लोगों को नुकसान पहुंचाने की बात भी उन्होंने कही है।
संतों ने जताई आपत्ति
पेटा सचिव द्वारा सवारी में निकाले जाने वाले हाथी पर क्रूरता की इस शिकायत की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची सभी ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। साधु संतों का कहना है कि अगर प्रियांशु जैन के मन में जीवो के प्रति इतनी ही संवेदनशीलता है। तो उन्हें महाकाल की सवारी में निकलने वाले हाथी की ओर ध्यान देने की जगह कत्लखाने में काटे जा रहे जानवरों की जान की चिंता करनी चाहिए। साधु संतों ने साफ तौर पर यह कह दिया है कि, बाबा महाकाल की सवारी सालों से परंपरानुसार निकाली जा रही है और इसमें किसी भी प्रकार का समझौता भक्तों द्वारा मंजूर नहीं किया जाएगा।
स्रोत : एमपी ब्रेकिंग