उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में छात्राओं के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। दरअसल, BHMS प्रथम वर्ष की छात्रा मंतशा काजमी अपने साथ रह रही दूसरी छात्राओं की आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बनाती थी। इसके बाद BHMS के ही द्वितीय वर्ष के अपने सीनियर मोहम्मद आमिर को भेजती थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंतशा काजमी और मोहम्मद आमिर पर यह आरोप है कि ये दोनों प्राइवेट हॉस्टल में रह रही प्रथम वर्ष की छात्राओं की आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बनाकर छात्राओं को ब्लैकमेल करते थे। मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने भी इसकी जाँच की। जाँच में इस घटना की पुष्टि हुई है।
जांच में सही पाए गए आरोप
ब्लैकमेलिंग के इस मामले में पीड़ित छात्राओं ने बीते 7 अगस्त 2023 को कॉलेज प्रशासन को सामूहिक तौर से एक पत्र देकर शिकायत की थी। साथ ही छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन से भी इसकी शिकायत की थी। शिकायत के बाद हुई जाँच में आरोप सही पाए गए हैं। कॉलेज प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपित छात्र आमिर और मंतशा काज़मी को 6 माह के लिए निलंबित कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद आमिर जिला प्रतापगढ़ का रहने वाला है। वहीं, छात्रा मंतशा काजमी सीतापुर की रहने वाली है। कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल डॉक्टर बीएन साहनी ने बताया कि आपत्तिजनक फोटो और वीडियो का यह मामला गंभीर है। आरोपितों के मोबाइल से सारे वीडियो और फोटो डिलीट करा दिए गए हैं।
वहीं, इस मामले में गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने कहा, “इस मामले में शिकायत मिली है। एसपी सिटी को जाँच की जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल आरोपित छात्र और छात्रा के मोबाइल में फिलहाल कोई ऐसा फोटो-वीडियो नहीं देखा गया है। संभवतः उन्होंने अपने मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया हो। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
कर्नाटक के उडुपी में भी आया था ऐसा ही मामला
बता दें कि कर्नाटक के उडुपी स्थित एक कॉलेज में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। कॉलेज के बाथरूम में कैमरा लगाकर हिन्दू लड़कियों का वीडियो बनाए घटना सामने आई थीं। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि मुस्लिम लड़कियाँ वीडियो बनाकर अपने समुदाय के लड़कों को भेजती थीं।
इस मामले में भी ‘नेत्र ज्योति कॉलेज’ कॉलेज की छात्राओं ने कई अन्य खुलासे किए थे। ‘TV9 कन्नड़’ के साथ एक इंटरव्यू में उसी कॉलेज की छात्राओं ने बताया था कि मुस्लिम लड़कियाँ पिछले 1 साल से हिन्दू छात्राओं के वीडियो बना रही थीं और मुस्लिम लड़कों के साथ साझा कर रही थीं।
छात्राओं ने बताया था, “पिछले एक साल से ये सब हो रहा था। कॉलेज के बाहर मुस्लिम लड़के कार में इंतजार करते रहते थे। हिन्दू लड़कियों का वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद मुस्लिम लड़कियाँ उन्हें जाकर अपना फोन दे देती थीं। दोपहर में लंच के समय मोबाइल फोन्स की अदला-बदली होती थी। कॉलेज मैनेजमेंट के सामने इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।”
स्रोत : ऑपइंडिया