कर्नाटक पुलिस ने हनीट्रैप के मामले में बुधवार (16 अगस्त 2023) को मुंबई की एक कथित मॉडल को गिरफ्तार कर लिया। मेहर नाम की यह मॉडल एक गिरोह चलाती है, जिसने 20-50 वर्ष की आयु के लगभग एक दर्जन से अधिक पुरुषों को धमकी देकर उनसे भारी मात्रा में धन ऐंठा है। इस मामले में बेंगलुरु के पुत्तेनहल्ली पुलिस ने अब्दुल खादर, यासीन सहित तीन आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, मेहर अब तक फरार थी।
BENGALURU : A Model called Neha alias Meher has been arrested for honey trapping more than a dozen men. She used Telegram to trap, invited men home, had sex with them, made videos. Her gang then blackmailed these men to convert to Islam, marry her & get circumcised OR PAY MONEY
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) August 17, 2023
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हनीट्रैप के इस मामले में मुख्य आरोपित महिला की पहचान मेहर के रूप में हुई है। वह नेहा नाम से टेलीग्राम एप्लिकेशन पर पुरुषों को फँसाती थी। पुरुषों को अपने चंगुल में फंसाने के बाद मेहर और उसका गिरोह ब्लैकमेल करता था। इस गिरोह ने पीड़ितों को धर्म बदलकर इस्लाम कबूल करने और खतना कराने के लिए भी मजबूर किया। इसके बदले में गिरोह पीड़ितों से मोटी रकम वसूलता था।
कैसे फंसाते थे शिकार
पुलिस के अनुसार, नेहा उर्फ मेहर बेंगलुरु में 20 से 50 साल की उम्र के बीच के कई लोगों से संपर्क करती थी। फँसाने के बाद उन्हें जेपी नगर स्थित अपने घर में यौन संबंध बनाने के लिए बुलाती थी। घर बुलाने के बाद वह बिकिनी पहनकर उनका स्वागत करती थी। इसके बाद वह पीड़ितों को जबरदस्ती गले लगाती और फिर उन्हें चूम लेती थी।
इस दौरान गिरोह के अन्य सदस्य उसके घर में छिपे होते और मॉडल के साथ पीड़ित पुरुषों के अपमानजनक अश्लील वीडियो बना लेते थे। इसके बाद गिरोह के सदस्य पीड़ित का फोन छीन लेते थे और सभी कॉन्टैक्ट की लिस्ट बना लेते थे। वे पीड़ित को ब्लैकमेल कर पैसे माँगते थे और धमकी देते थे कि अगर उनकी डिमांड पूरी नहीं हुईं तो वे तस्वीरें भेजकर उसके परिवार और मित्र मंडली में उसे बदनाम कर देंगे।
गिरोह पीड़ित पर आरोपित मॉडल मेहर से निकाह करने का दबाव बनाता था। वे इस बात पर ज़ोर देते थे कि मॉडल एक मुस्लिम है, इसलिए पीड़ित को इस्लाम कबूल करने के बाद ही उससे निकाह करना होगा। इसके साथ ही वे पीड़ितों का तुरंत खतना भी कराने का दबाव बनाते थे। इन माँगों से डरकर पीड़ित आरोपितों को मोटी रकम सौंप देते थे।
कैसे हुआ भंडाफोड
गिरोह का यह ब्लैकमेलिंग का खेल तब समाप्त हुआ जब एक पीड़ित इंजीनियर ने पुलिस को इसके बारे में बताने की हिम्मत की। शुरुआती जाँच में यह बात सामने आई कि इस ग्रुप ने अब तक 12 लोगों को ब्लैकमेल किया है। वहीं, पुलिस अधिकारी अन्य मामलों की जाँच कर रहे हैं, जहाँ उन्हें गिरोह की संलिप्तता का संदेह है।
कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए शरण प्रकाश बालिगेरा, अब्दुल खादर और यासीन को गिरफ्तार किया था। हालाँकि, आरोपित मॉडल मेहर फरार थी। पुलिस ने उसे 16 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस मामले में शामिल एक अन्य आरोपित नदीम की तलाश कर रही है।
स्रोत : ऑप इंडिया