शामली : ISI का एजेंट कलीम दिन में सब्जी बेचने का दिखावा करता था। जिससे लोगों को शक न हो, लेकिन वह रात में आइएसआइ के लिए कार्य करता था और छह राज्यों में उसने लड़कों को भी तैयार कर लिया था। उसने ISI के लिए हथियार और पैसों का लालच देकर लोगों को तैयार किया था।
हालांकि एसटीएफ अब गंभीरता से पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। शामली में आइबी, एसटीएफ ने डेरा डाल लिया है। शामली के मोहल्ला नोकुआं रोड निवासी आइएसआइ का एजेंट कलीम सब्जी बेचने का दिखावा करते हुए देशभर में ISI का नेटवर्क मजबूत करने का कार्य कर रहा था।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले से #STF की टीम ने ISI एजेंट कलीम को गिरफ्तार कर लिया है.
कलीम की गिरफ्तारी के साथ ही भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश पर एसटीएफ ने पानी फेर दिया है. कलीम का कहना है कि उसकी ख्वाहिश है कि भारत एक मुस्लिम राष्ट्र बने।
कलीम भारतीय… pic.twitter.com/IB1xCXD2pW
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) August 18, 2023
सूत्रों ने बताया कि कलीम के कब्जे से जो उर्दू में लिखे पेपर बरामद हुए हैं, उनमें आइएसआइ के कोडवर्ड और भारतीय सेना के स्थलों की जानकारी लिखी है। उनके माध्यम से वह देशभर में प्रचार किया करता था।
सूत्रों ने बताया कि कलीम ने आइएसआइ के प्रचार की शुरुआत वेस्ट यूपी के जिले शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर से की गई थी। कलीम अपने साथियों के साथ देशभर में आइएसआइ के लिए लोगों को जोड़ रहा था।
वह रोजाना दिन में मंडी से सब्जी लाने के बाद दिनभर बिक्री किया करता था और रात में वाट्सएप आदि के माध्यम से आइएसआइ के लिए लड़कों को तैयार करता था।
कई मर्तबा वह यूपी से बाहर दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्ताखंड़ भी गया है। जहां युवाओं के एक समूह को बनाकर उनको आइएसआइ के लिए तैयार करता था।
कलीम ने छह राज्यों से अपने साथ जोड़े गए युवाओं को कुछ पैसों का लालच देकर कहा था कि तुम्हें भारत में जिहाद फैलाने के लिए असलहा व गोला-बारूद तथा पैसा दिया जाएगा।
युवाओं को भारत में जिहाद फैलाने के लिए प्रेरित कर रहा था। आइएसआइ के प्रचार के दौरान वह शहादत की दुआ जैसे संदेश भी युवाओं को देता था। गुरुवार से ही शामली में एसटीएफ और आइबी ने डेरा डाल लिया है।
स्रोत : जागरण