ज्येष्ठ कृष्ण ११ , कलियुग वर्ष ५११५
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नई दिल्ली : वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा शिवराज सिंह चौहान को नरेंद्र मोदी से बेहतर बताने के साथ शुरू हुई खेमेबंदी में बाबा रामदेव भी शामिल हो गए हैं। मंगलवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक प्रेसवार्ता में मोदी के विरोध को उन्होंने 'राजनीतिक फिक्सिंग' करार देते हुए इसके पीछे कांग्रेस व अंतरराष्ट्रीय शक्तियों का हाथ बताया।
योगगुरु ने कहा कि सरकार की गलत आर्थिक नीति से बढ़ी बेरोजगारी, महंगाई व भ्रष्टाचार, लाखों रुपये के घोटाले, जिसमें सरकार का मुखिया भी शामिल है और देश में आई राजनीतिक शून्यता की वजह से लोगों में केंद्र के प्रति भारी आक्रोश है। इस आक्रोश को वोट में तब्दील करने की क्षमता सिर्फ नरेंद्र मोदी में है। सभी सर्वेक्षणों में यही जनभावना प्रकट हुई है। लेकिन कांग्रेस की शह पर कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
आडवाणी व नीतीश कुमार का नाम लिए बिना रामदेव ने कहा कि जनभावना का अनादर करने वाले की निष्ठा लोकतंत्र के प्रति नहीं हो सकती। उन्हें उम्मीद है कि देशहित में नीतीश भी मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में साथ देंगे और राजग में बिखराव नहीं होगा। वह खुद भी नीतीश कुमार से इस संबंध में बात करेंगे।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को विकल्प बनाने के बारे में रामदेव ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचारी होने के साथ ही अत्याचारी भी है। ऐसी सरकार से सिर्फ मोदी ही लोहा ले सकते हैं, जिसे जनता समझ रही है। उन्होंने कहा कि उनका कोई गुप्त एजेंडा नहीं है। उनका लक्ष्य राष्ट्रविरोधी नीतियों वाली सरकार को हटाना है। इसलिए लोकसभा चुनाव के ठीक पहले रामलीला मैदान में चार जून, २०११ से कई गुना बड़ा आंदोलन किया जाएगा। यदि चुनाव समय पर हुए तो अगले वर्ष फरवरी में यह आंदोलन होगा। जून व जुलाई में देशभर में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद सितंबर से वह राष्ट्र निर्माण यात्रा शुरू करेंगे
स्त्रोत : दैनिक जागरण