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‘‘हम कल भी ऐसी आजादी पर लात मारते थे, आज भी लात मारते हैं’’ – मौलाना अब्दुर्रहमान जामई

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में १५ अगस्त के दिन एक मौलाना ने मस्जिद कैंपस में मौजूद मदरसे में माइक से एक विवादित बयान दिया, जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आजादी को लेकर मौलाना ने विवादित बयान देते हेते हुए कहा कि, “ऐसी आजादी पर हम कल भी लात मारते थे, आज भी लात मारते हैं।” पुलिस ने वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं मौलाना के इस बयान से हिंदूवादी संगठनों में रोष का माहौल है। उन्होंने एसपी दुर्गेश सिंह से मौलाना की गिरफ्तारी की मांग की है।

बता दें कि मौलाना का नाम अब्दुलर्रहमान जामई है। मौलाना ने यह विवादित बयान गोपामऊ की लाल पीर मस्जिद के अंदर स्थित मदरसे में १५ अगस्त को दिया था। हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि मौलाना का बयान काफी भड़काऊ है। अगर इस पर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई नहीं की तो वह लोग आंदोलन करेंगे।

कुर्बानी पर पाबंदी तो कब्रिस्तान पर हो रहा कब्जा- मौलाना

मौलाना अब्दुलर्रहमान जामई ने अपने विवादित बयान में कहा था कि, “इस्लाम के जनाजे निकल जा रहे हैं, कुर्बानी पर पाबंदी लगाई जा रही है, कब्रिस्तान के ऊपर कब्जा किया जा रहा है, लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ने पर मुकदमा हो रहा है, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को बदलने का प्रयास किया जा रहा है, यह कैसी जम्हूरियत है, यह कैसी आजादी है।” मौलाना अब्दुलर्रहमान जामई ने कहा कि, “यह तो मुसलमानों के मजहबी मामलों में घुसपैठ है। अगर आजादी इसी का नाम है तो ऐसी आजादी पर हम कल भी लात मारते थे, आज भी लात मारते हैं।”

मौलाना ने कहा- हमें मजहबी आजादी चाहिए

अब्दुलर्रहमान जामई ने कहा कि, “हमें मजहबी आजादी चाहिए, हमें कुरान की आजादी चाहिए, हमें इबादत और गांव की हिफाजत चाहिए, हमें इज्जत और आबरू की हिफाजत चाहिए, हमें इस्लाम की हिफाजत चाहिए। इस जंबूरी मुल्क में किसी के मामलात में घुसपैठ हो रही है। आज हिंदुस्तान में यही हो रहा है।

हरदोई के अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश सिंह ने कहा कि मौलाना अब्दुलर्रहमान जामई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद में उन पर जांच बैठा दी गई है। टडियावां पुलिस अपने स्तर से वायरल वीडियो की जांच कर रही है। पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

स्त्राेत : टी व्ही ९ भारतवर्ष

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