कोल्हापुर – रुईकर कालोनी में पोस्ट कार्यालय में राष्ट्रध्वजों पर विद्यमान अशोकचक्र गोल न होते हुए अंडाकृति होना, यह बात हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के ध्यान में आई । तदुपरांत हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा हिन्दुत्वनिष्ठों सहित संबंधित स्थानों पर जाकर निरिक्षण करने पर इनमें से कुछ ध्वज गोल नहीं थे । ध्यान में आया कि वे सरासर अयोग्य ही थे, इसलिए तुरंत ही उन्होंने यह बात डाक कार्यालय के संबंधित व्यवस्थापक के ध्यान में लाकर दी और अयोग्य राष्ट्रध्वजों की बिक्री रुकवाई । इस प्रसंग में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी, ठाकरे गुट के करवीर तालुकाप्रमुख श्री. राजू यादव, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के शहर कार्यवाह श्री. आशिष लोखंडे, हिन्दू एकता आंदोलन करवीर तालुकाध्यक्ष अमर जाधव, हिन्दुत्वनिष्ठ कैलास (आबा) जाधव उपस्थित थे ।
इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी बोले, ‘‘इस संदर्भ में हमने संबंधित पुलिस थाने मेें भी दूरभाष कर सूचित किया था; परंतु तदुपरांत भी उसकी बिक्री हो ही रही थी । यह जानकारी मिलने पर अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों के साथ आकर हमने यहां निरीक्षण किया तो हमें यहां अयोग्य राष्ट्रध्वज मिले । इसीप्रकार के ध्वज शहर के अन्य कुछ स्थानों पर भी वितरित होने की शिकायतें हमें मिलीं। हम आवाहन करते हैं कि ऐसे गलत राष्ट्रध्वज जिस किसी ने भी अपने घर लगाए होंगे, वे उसे न लगाएं और योग्य प्रकार का राष्ट्रध्वज ही फहराएं ।’’
हुपरी में प्लास्टिक के ध्वज की बिक्री होते देख नितीन काकडे की पुलिस थाने में शिकायत !
हिन्दू जनजागृति समिति के नेतृत्व में हुपरी में प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज की बिक्री रोकने एवं उस संदर्भ में कानूनी कार्यवाही होने हेतु हुपरी पुलिस थाने एवं प्रशासन को निवेदन दिया गया था । तदुपरांत भी लोककल्याण ग्राहक संरक्षण संस्था के शहराध्यक्ष श्री. नितीन काकडे के ध्यान में आया कि हुपरी शहर की कुछ दुकानों में ऐसे राष्ट्रध्वज की बिक्री हो रही है । श्री. नितीन काकडे ने तत्काल ही हुपरी शहर पुलिस थाने में इसप्रकार की ध्वजबिक्री और कुछ स्थानों पर बिक्री किए जा रहे राष्ट्रध्वजों को योग्य प्रकार से न लगाने की लिखितरूप में शिकायत दी । इस शिकायत के उपरांत पुलिस एवं हुपरी नगरपालिका ने व्यापारियों को ऐसे ध्वज न बेचे जाने की सूचना दी । साथ ही हुपरी नगरपालिका ने १४ अगस्त को शहर में गाडी द्वारा प्लास्टिक के ध्वज न बेचने का आवाहन भी किया ।