रत्नागिरी– जिले में हिन्दू जनजागृति समिति के अंतर्गत स्वसंरक्षण प्रशिक्षण उपक्रम के माध्यम से इस कार्य से जुडे हुए धर्मप्रेमियों एवं हिन्दुत्वनिष्ठों की सहायता से ६ स्थानों पर ‘क्रांतिगाथा प्रदर्शन’का आयोजन किया गया । यह प्रदर्शन लांजा, रत्नागिरी, सावर्डे एवं चिपळूण में लगाया गया ।
‘क्रांतिगाथा प्रदर्शन’ लगाने का महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है हमारे राष्ट्र की स्वतंत्रताप्राप्ति के लिए इस यज्ञ में आहुति देनेवाले क्रांतिकारियों के पराक्रम एवं त्याग के विषय में सभी को जानकारी हो । क्रांतिकारियों की विशेषताएं युवा वर्ग को ज्ञात हों, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १ से १५ अगस्त को इस प्रदर्शन का आयोजन किया गया था । उसका लाभ महाविद्यालयों के १ सहस्र ११२ युवकों ने लिया ।
क्रांतिगाथा प्रदर्शन के विषय में मनोगत एवं हिन्दुत्वनिष्ठों का सहभाग
प्रदर्शन देखने पर अनेक लोगों ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पूर्व हमें इतने वर्षों तक पता ही नहीं था कि क्रांतिकारी कौन हैं ? उन्होंने क्या-क्या किया ? समिति के इस उपक्रम के माध्यम से हमें बहुत जानकारी मिली । यह जानकारी हम अपने मित्रों और उनके परिवारवालों को भी बताने का प्रयत्न करेंगे ।
यह प्रदर्शन देखकर वहां उपस्थित धर्मप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठों ने भी इच्छा व्यक्त की कि वे इसप्रकार के प्रदर्शन अपने क्षेत्र में भी लगाएंगे और वैसा प्रयत्न भी कुछ लोग कर रहे हैं ।
अभिप्राय
१. क्रांतिकारियों, वीरपुरुषों एवं वीरांगनाओं की जानकारी सुनते समय रोमांच आ गया ।
२. जिन अंग्रेजों ने हमारे राष्ट्र पर अत्याचार किए, उनकी चापलूसी नहीं करेंगे । ‘हैलो’ के स्थान पर ‘जय श्रीराम !’ कहेंगे, ऐसा मत अनेकों ने व्यक्त किया ।
३. कुछ लोगों ने कहा हम भगवान मानते नहीं थे; परंतु अब से किसी का भी फोन आने पर ‘जय श्रीराम’ ही कहेंगे ।