ज्येष्ठ कृष्ण १२, कलियुग वर्ष ५११५
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हिंदूद्रोही पुस्तकविक्रय तथा आलोचनापर प्रतिबंध !
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पुरुषोत्तम खेडेकर वहां आए ही नहीं !
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हिंदुओ, इस सफलताके विषयमें श्रीकृष्णके चरणोंमें कृतज्ञता व्यक्त करें !
ठाणे : यहां संभाजी ब्रिगेड तथा मराठा सेवा संघकी ओरसे दो दिनका संभाजीराजे गौरव दिन कार्यक्रमका आयोजन किया गया था । उसके विरोधमें ठाणेके कुछ हिंदुनिष्ठ संगठनोंद्वारा पुलिस थानेमें निवेदन प्रस्तुत किया गया । तत्पश्चात पुलिसद्वारा आयोजकोंको चेतावनी दी गई । परिणामस्वरूप संभाजी ब्रिगेडको अपनी आक्रामक नीतिका त्याग करना पडा । कार्यक्रमके प्रमुख अतिथि मराठा सेवा संघके अध्यक्ष पुरुषोत्तम खेडेकर कार्यक्रमस्थलपर गए ही नहीं । साथ ही हिंदूविरोधी आपत्तिजनक पुस्तकोंके विक्रयपर तथा संभाजी ब्रिगेडकी व्यासपीठपर अन्य समय होनेवाली हिंदू धर्मविरोधी टिप्पणीपर भी रोक लगी । (संभाजी ब्रिगेड तथा मराठा सेवा संघका हिंदूधर्मविरोधी षडयंत्र विफल करनेवाले ठाणेके हिंदुनिष्ठ संगठनोंका अभिनंदन ! इस बातसे शिक्षा लेकर सर्वत्रके धर्माभिमानी भी इस प्रकार वैध मार्गसे धर्मरक्षा करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) उस समय आयोजकोंमेंसे एकको व्यासपीठपर बताना पडा कि पुलिस थानेमें कुछ लोगोंद्वारा परिवाद प्रविष्ट किया जानेके कारण आप प्रत्यक्ष रूपमें ब्राह्मणोंके संदर्भमें वास्तविक कथन नहीं कर सकते । (हिंदुओ, ब्राह्मणद्वेषसे भरे हिंदुओंमें दरार उत्पन्न करनेवाले संभाजी ब्रिगेडका वास्तविक स्वरूप पहचानें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इस प्रकार यह कार्यक्रम पूरीतरहसे विफल हुआ ।
१. २८ मईको ठाणेमें हुए हिंदूसंगठन मेलेमें आयोजकोंके साथ राष्ट्रीय एकता रक्षा अभियानके अध्यक्ष श्री. दिलीप अलोनीद्वारा हिंदूद्वेषी संगठनोंका स्वरूप स्पष्ट किया गया था ।
२. इस कार्यक्रमद्वारा जातीय दरार उत्पन्न करनेके प्रयास न करें, इसलिए ३१ मईको विभिन्न हिंदूनिष्ठ संगठनोंद्वारा वर्तकनगर पुलिस थानेमें निवेदन प्रस्तुत किया गया था ।
३. पुलिसद्वारा त्वरित संभाजी ब्रिगेडके जनपद अध्यक्ष दत्तात्रय चौहान एवं अन्य पदाधिकारियोंको पुलिस थानेमें आंमत्रित किया गया तथा उन्हें कडी चेतावनी भी दी गई कि कार्यक्रमके लिए खेडेकरको आमंत्रित न करें, साथ ही आपत्ति उठानेवाले पुस्तकोंका विक्रय तथा प्रक्षोभक वक्तव्य भी न करें ।
४. उसी दिन रात्रि हिंदूनिष्ठोंद्वारा शिवसेनाके ठाणे जनपद संपर्क प्रमुख तथा विधायक श्री. एकनाथ शिंदेसे भेंट की गई ।
श्री. शिंदेद्वारा पुलिसके साथ बातचीत कर यह सूचना दी गई कि यदि आयोजकोंसे आपत्तिजनक व्यवहार किया गया, तो त्वरित कडी कार्रवाई की जाएगी ।
५. शिवसेनाके स्थानीय विधायक श्री. प्रताप सरनाईक तथा हिंदू राष्ट्र सेनाके राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. धनंजय देसाईद्वारा भी पुलिस थानेमें दूरध्वनि कर आयोजकोंको योग्य प्रकारसे चेतावनी देनेकी मांग की गई थी ।
६. हिंदूनिष्ठोंके इन संगठित प्रयासोंके कारण ही धर्महानि रोकनेमें हिंदुओंको सफलता प्राप्त हुई ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात