राहुरी (अहिल्यानगर) में ‘लव जिहाद एवं हिन्दू संस्कृति का महत्त्व’ इस विषय पर कार्यक्रम
राहुरी (जिला अहिल्यानगर) – वर्तमान में लव जिहाद के एवं महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं दिनोंदिन बढ रही हैं । इसे आयु की मर्यादा भी नहीं रह गई है । अत्यंत छोटी लडकी से लेकर ७० वर्षीय वृद्ध महिला पर भी अत्याचार होने की घटनाएं सामने आईं हैं । लव जिहाद के माध्यम से धर्मांधों ने अब तक ६० से भी अधिक हिन्दू लडकियों की नृशंस हत्या करने की वार्ता कुछ दिन पूर्व प्रकाशित हुई थी । केवल महाराष्ट्र में ही १८ से २५ वर्ष की आयु की लगभग ७० लडकियां प्रतिदिन लापता होने का समाचार हाल ही में प्रसारित हुआ था । इसके पीछे के कारण ढूंढने पर ध्यान में आया कि हिन्दू लडकियों को धर्मशिक्षा नहीं दी जाती । इसलिए वे अपनी संस्कृति, प्रथा-परंपराएं भूलती जा रही हैं और इसी का अपलाभ ये धर्मांध उठा रहे हैं । हिन्दू धर्मानुसार आचरण करने पर एक भी लडकी लव जिहाद में नहीं फंसेगी, ऐसे उद़्गार हिन्दू जनजागृति समिति की रणरागिनी शाखा की कु. क्रांति पेटकर ने कहे । वे राहुरी के पांडुरंग लॉन्स नामक स्थान पर सकल हिन्दू समाज की ओर से ‘लव जिहाद एवं हिन्दू संस्कृति का महत्त्व’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं । इस मार्गदर्शन का लाभ २५० से भी अधिक महिलाओं एवं लडकियों ने लिया ।
इस अवसर पर धर्म जागरण मंच रणरागिनी की श्रीमती नलिनीताई वायाळ ने कहा, ‘‘लव जिहाद में फंसी महिलाएं एवं लडकियों का जानबूझकर धर्मांतर करना, वेश्या व्यवसाय करने हेतु बाध्य करना, उनकी बिक्री करना इत्यादि अपप्रकार किए जाते हैं । हिन्दू लडकियों को लव जिहाद में फांसने के उपरांत धर्मांधों को हिन्दू लडकी की जातिनुसार पैसे दिए जाते हैं । लडकियों को विद्यालय एवं महविद्यालयों के बाहर ये धर्मांध परेशान करते हैं अथवा उन्हें झूठे नाम बताकर, परिचय कर उन्हें प्रेमजाल में फांसते हैं । इस संदर्भ में अपनी मां-बहनों को जागृत करें ।’’