तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी। चार दिन बाद भी वह अपने बयान पर कायम हैं।
स्टालिन के बयान पर दिल्ली के बाद अब उप्र में भी FIR दर्ज हो गई है। वहीं बुधवार को कर्नाटक भाजपा नेता नागराज नायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
FIR against Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin & Karnataka Minister Priyank Kharge in Rampur, Uttar Pradesh over #SanatanDharma remarks after a complaint from Advocates. pic.twitter.com/TGUrqutQHm
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) September 6, 2023
वहीं अब कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को हिंदू धर्म की उत्पत्ति पर सवाल खड़े कर दिए। परमेश्वर ने कहा, ‘हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ, इसे किसने बनाया? इसके बारे में किसको पता है?
Nobody knows where Hinduism came from. Islam and Christianity came from outside but the essence of these religions is good for humanity – Congress leader and HM Karnataka G Parameshwarapic.twitter.com/GFb1mjo2S2
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) September 6, 2023
जी परमेश्वर ने आगे कहा – दुनिया के इतिहास में कई धर्म पैदा हुए हैं। जैन और बौद्ध धर्म का जन्म यहीं हुआ। इस्लाम और ईसाई धर्म बाहर से हमारे देश में आए। हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ और इसकी शुरुआत किसने की, यह अब भी एक सवाल है। परमेश्वर मंगलवार को कोराटागेरे के मारुति कल्याण मंडपम में शिक्षक दिवस के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
सनातन धर्म मामले में SC से दखल की मांग, 262 शख्सियतों ने चिठ्ठी लिखी
उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ 262 शख्सियतों ने सुप्रीम कोर्ट को चिट्ठी लिखी है। इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से खुद दखल देने की मांग की है। इनमें 14 जज, 130 ब्यूरोक्रेट्स और सेना के 118 रिटायर्ड अफसर शामिल हैं। इन्होंने तमिलनाडु सरकार के खिलाफ स्टालिन पर कोई एक्शन ना लेने के लिए कार्रवाई करने की मांग की है।
3 सितंबर
‘सनातन धर्म मलेरिया-डेंगू की तरह, इसे खत्म कर देना चाहिए’ – तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन
केंद्र सरकार से मांग है कि, सनातन धर्म का अपमान करने वाले उदयनिधि स्टालिन को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर एक घटिया बयान दिया है। उदयनिधि ने एक सभा में बोलते हुए सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से की। साथ ही इसे पूरी तरह मिटाने की बात कही।
तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन ने शनिवार (2 अगस्त) को चेन्नई में एक सम्मेलन आयोजित किया था, जिसका नाम रखा गया था- सनातनम (सनातन धर्म) उन्मूलन सम्मेलन। इस सम्मेलन को उदयनिधि स्टालिन ने भी संबोधित किया था।
Chennai | I thank the organisers of this conference for giving me the opportunity to deliver a special address. You have kept the name of the conference as 'Sanatana Abolition Conference' rather than 'Anti-Sanatana Conference', I appreciate that. Few things cannot be opposed,… pic.twitter.com/UvESuedy2X
— ANI (@ANI) September 2, 2023
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, उदयनिधि ने कहा, “सनातन धर्म को खत्म करने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में मुझे बोलने का मौका देने के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं। मैं सम्मेलन को ‘सनातन धर्म का विरोध’ करने के बजाय ‘सनातन धर्म का उन्मूलन’ कहने के लिए आयोजकों को बधाई देता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातनम भी ऐसा ही है। सनातनम का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।”
भाजपा के तमिलनाडु प्रमुख के अन्नामलाई ने उन पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, उदयनिधि स्टालिन, आपके पिता या आपका विचार ईसाई मिशनरियों से उधार लिया हुआ विचार है। उन मिशनरियों का लक्ष्य अपनी विचारधारा को दोहराने के लिए आपके जैसे लोगों को विकसित करना था।’
#WATCH | Chennai: On Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin's 'Sanatana Dharma should be eradicated' remark, Tamil Nadu BJP president K. Annamalai says "…The word 'Sanatana Dharma' was there even before the Christian religion or Islamic religion came. 'Sanatana Dharma' means… pic.twitter.com/Io3RnPPaHR
— ANI (@ANI) September 3, 2023
स्टालिन के खिलाफ एफआईआर के लिए थाना में शिकायत दर्ज
सर्वोच्च न्यायालय के एक वकील ने शनिवार को ‘सनातन धर्म’ पर एक विवादास्पद बयान को लेकर तमिलनाडु सरकार के खेल मंत्री और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ रविवार को दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायतकर्ता विनीत जिंदल एक प्रैक्टिसिंग वकील हैं। उन्होंने दावा किया है कि उदयनिधि मारन ने एक भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ उत्तेजक, भड़काऊ, अपमानजनक और उकसाने वाला बयान दिया था।
शिकायतकर्ता वकील विनीत जिंदल ने कहा, एक हिंदू और सनातन धर्म अनुयायी होने के नाते, उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को खत्म करने और सनातन की तुलना मच्छरों, डेंगू, कोरोना और मलेरिया से करने के बयान से मेरी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि उदयनिधि मारन के शब्द सनातन धर्म के प्रति उनकी नफरत को दर्शाते हैं। वह कर्नाटक सरकार में एक विधायक और मंत्री हैं, जिन्होंने हमारे देश के संविधान के अनुसार काम करने की शपथ ली है और उन्हें सभी क्षेत्रों का सम्मान करना चाहिए, लेकिन उन्होंने जानबूझकर सनातन धर्म के लिए भड़काऊ और अपमानजनक बयान दिया, जिसका उद्देश्य समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना है।
“सनातन धर्म का उन्मूलन’ जैसे शब्दों का प्रयोग करके और धर्म की तुलना मच्छरों, डेंगू, कोरोना और मलेरिया से करते हुए यह कहना कि “ये चीजें जिनका हम विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें मिटाना होगा। सनातनम् भी ऐसा ही है।
शिकायत में कहा गया है, ”सनातनम का उन्मूलन और उसका विरोध न करना हमारा पहला काम होना चाहिए”, यह हिंदू धर्म अनुयायियों के नरसंहार को बुलाने और बढ़ावा देने के उनके इरादे को दर्शाता है।
भाजपा ने लगाया नरसंहार के लिए उकसाने का आरोप
उदयनिधि के बयान सामने आने के बाद इस पर विवाद शुरू हो गया। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री सनातन धर्म को मानने वालों के नरसंहार की अपील कर रहे हैं।
मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है। उनका मानना है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल विरोध किया जाना चाहिए। संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं।” उन्होंने आगे लिखा, “डीएमके विपक्षी गुट (इंडिया) का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की पुरानी सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी?”