अमरावती – वीर विनायक सावरकर के पाेते श्री. रणजीत सावरकर का ३० अक्टूबर को अमरावती में आगमन हुआ । तब हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी और धर्मप्रेमी जाकर उनसे मिले । इस भेंटवार्ता में उन्होंने कहा, ‘‘वीर विनायक दामोदर सावरकर ने ब्रिटिशों से कभी भी क्षमा नहीं मांगी । उन्होंने अपने साथ सभी क्रांतिवीरों की मुक्तता के लिए अर्जी तैयार की थी; परंतु उनके विरोधियों ने उस अर्ज को क्षमायाचना ‘मर्सी पिटिशन’ (दया की याचिका) के रूप में प्रस्तुत किया । सावरकरजी ने जो कुछ भी किया, वह केवल और केवल देश के लिए ही किया । वीर सावरकर की अपकीर्ति करने के प्रकरण में राहुल गांधी के विरोध में अभियोग प्रविष्ट हुआ है । ‘५-६ माह में राहुल गांधी को भोईवाडा न्यायालय में उपस्थित रहना होगा ।’ इस अवसर पर ‘हिंदुस्थान पोस्ट’के श्री. स्वप्निल सावरकर भी उपस्थित थे ।
श्री. रणजीत सावरकर ने कहा …
१. विश्व के सभी विचारों का समावेश जिसमें है, ऐसा अत्यंत प्रगल्भ हमारा हिन्दुत्व, हमारा राष्ट्रीयत्व है । हमारे देश की रक्षा करना हमारा दायित्व एवं अधिकार है ।
२. यह देश यदि हमारे हाथ से निकल गया, तो हमारे लिए विश्वभर में कहीं भी स्थान नहीं है । आनेवाले ५ से १० वर्षों में वह समय आनेवाला ही है । दारूल इस्लाम का स्वप्न साकार करने के लिए भारत को राजकीय दृष्टि से अस्थिर कर, भारत की अर्थसत्ता पाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है ।
३. भारत की हानि कर मिलनेवाले पैसों का उपयोग विविध प्रकार के जिहाद और आतंकवाद के लिए किया जा रहा है । इसलिए हिन्दुओं को सक्रिय होना महत्त्वपूर्ण है ।
४. ‘मेरे पैसों का उपयोग मेरे समाज के लिए ही हो’, इसके लिए विशेषरूप से महिलाएं आगे आएं । अपने बच्चों को भी वैसा समझाएं ।
५. देश में हिन्दूहित की ही सरकार आनेवाली है । इसलिए राजनीति एक ओर रखकर हिन्दुओं को एकत्र आना चाहिए ।
हिन्दू जनजागृति समिति के प्रति व्यक्त किए गौरवौद्गार !
हिन्दू जनजागृति समिति प्रामाणिकरूप से धर्मकार्य एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना की दिशा में कार्य करनेवाली संगठन है । समिति किसी भी राजकीय उद्देश्य से कार्य नहीं कर रही है । सभी संगठन हिन्दू जनजागृति समिति के साथ एकत्र आकर कार्य करें ।